क़ुल्लू, 10 मई : विदेशी सेब पर केंद्र सरकार (Central government) द्वारा 50% आयात शुल्क लगाया गया है। ऐसे में भारत में सेब बागवानों को लाभ मिलेगा। आयात शुल्क लगाने के बाद विदेश सेब की न्यूनतम कीमत 75 प्रति किलो होगी। भूटान से आने वाले सेब को छूट दी गई है क्योंकि वहां पूरी तरह से प्राकृतिक खेती (natural farming) की जाती है।
हिमाचल प्रदेश भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित सूद ने कहा कि विदेशी सेब पर आयात शुल्क लगने के बाद हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh ) के 5000 करोड़ रुपए के सेब कारोबार को फायदा होगा। क्योंकि इससे पहले विदेशी सेब बिना आयात शुल्क दिए भारत में पहुंच रहा था। जिसका सीधा नुकसान हिमाचल प्रदेश के सेब बागवानों को भी हो रहा था।
उन्होंने कहा कि अगर पिछले 5 साल में सेब उत्पादन को देखा जाए तो वर्ष 2019-20 कुल पेटियां 3.58 करोड़ (एक पेटी में औसत 20 किलो सेब आता है)। 2020-21 में 2.40 करोड़ पेटियां, 2021-22 में 3.22 करोड़ पेटियां, 2022-23 में 3.52 करोड़ पेटियां का उत्पादन हुआ है।
विदेशों सेब की न्यूनतम कीमत 50 रुपये प्रति किलो के साथ 50% आयात शुल्क जुड़ने के बाद 75 रू प्रति किलो होगी। इससे पहले ईरान और तुर्की का सेब अफगानिस्तान के रास्ते बिना आयात शुल्क अदा कर और अंडर इनवॉइस कर हिमाचल के सेब उत्पादकों की कमर तोड़ रहा था। ऐसे में अब उस पर भी रोक लगेगी।