कुल्लू (एमबीएम न्यूज़) : बंजार उपमंडल के तहत पडऩे वाली ग्राम पंचायत चकुरठा के दल्याड़ा गांव को जाने वाला सड़क मार्ग बंद होने से लाखों रूपए के फल व सब्जियां खेतों एवं बगीचों में ही बर्बाद होने लगे हैं। किसानों व बागवानों को सड़क बंद होने के कारण लाखों रूपए की चपत लग चुकी है। इस समय मार्केट में टमाटर के अच्छे दाम मिल रहे हैं और इस घाटी में टमाटर की अथाह खेती है लेकिन सड़क खराब होने के कारण टमाटर मार्केट तक नहीं पहुंच पा रहा है जिस कारण यहां के लोगों में भारी आक्रोश है।
सड़क खराब होने कारण किसान-बागवानों की आर्थिकी रीढ़ पानी में घुल रही है। गौर रहे कि दल्याड़ा सड़क मार्ग पिछले 3 वर्षों से बहाल नहीं हो पाया है। हैरानी इस बात की है कि तीन वर्षों से सड़क मार्ग सिर्फ एक जगह से क्षतिग्रस्त होने के कारण खराब है और लोक निर्माण विभाग गहरी निंद्रा में सोया हुआ है। अब स्थानीय लोग सरकार, विभाग के आगे गुहार लगाते-लगाते थक चुके हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अब गुहार लगाने की सीमा पार हो चुकी है तथा तंग होकर अब लोगों ने मन बनाया है कि न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जाएगा तथा यहां के लोगों को हो रहे नुकसान की न्यायालय से भरपाई करवाने की मांग उठाई जाएगी।
सनद रहे कि कम से कम आधा दर्जन गांवों को सुविधा देने वाली यह सड़क सिर्फ शुरूआती प्वांइट पर क्षतिग्रस्त हुई है और इसके बाद पूरा ड़क मार्ग सही व दुरूस्त है। लेकिन पिछले 3 वर्षों से सड़क मार्ग को ठीक करने की जरूरत नहीं समझी है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस बारे में कई बार लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से बात की गई यही नहीं आयुर्वेद एवं सहकारिता मंत्री कर्ण सिंह व मंडी लोकसभा युंका अध्यक्ष आदित्य विक्रम सिंह को भी कई बार इस समस्या के बारे में अवगत करवाया गया है लेकिन आश्वासनों के सिवाए कुछ भी नहीं मिला है जिस कारण यहां के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीण अर्जुन देव, मांयाधर, बिहारी लाल, राजुकमार, जविंद्र ठाकुर, राम सिंह, इंद्र देव, हुक्म चंद, कृष्ण शर्मा, डोले राम शर्मा, चमन शर्मा, दीवान चंद शर्मा, खेम राज शर्मा, हेमराज शर्मा, चांद किशोर शर्मा, विनोद कुमार शर्मा, चुनी लाल शर्मा, परस राम शर्मा आदि लोगों ने बताया कि पिछले तीन वर्षों से सड़क बंद पड़ी हुई है और लोग नेताओं व विभाग के अधिकारियों से गुहार लगाते लगाते थक चुके हैं।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में आजकल नाशपाती, सेब के अलावा, टमाटर, फ्रासबीन आदि फसल लहलहा रही है। लेकिन सड़क मार्ग खराब होने के कारण यहां उत्पन्न उत्पाद मार्केट तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस सड़क मार्ग का लाभ दल्याड़ा गांव के अलावा फगवाना, फगौला, थणी, भरगोह, बागाधार, फरीनी, पाटंदी, डोघर, शौंहूंला व पढ़ारनी आदि गांव के लोगों को लाभ मिलता था और इन गांवों के सभी लोग अपने उत्पादों को इसी सड़क मार्ग से मुख्य सड़क मार्ग तक लाते हैं। लेकिन पिछले 3 वर्षों से यहां के लोगों को हर वर्ष लाखों का नुकसान झेलना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस सड़क में जहां पर खराब प्वांइट हैं वहां पर कलवर्ट नहीं लग सके हैं।
यदि ऐसा है तो यह जनता के साथ अन्याय है। विभाग को शीघ्र निर्देश दिए जा रहे हैं कि सड़क को तुरंत ठीक करके जनता के लिए बहाल किया जाए। विभाग की ऐसी लापरवाही कतई सहन नहीं होगी। – कर्ण सिंह, आयुर्वेद एवं सहकारिता मंत्री हिमाचल प्रदेश