नाहन, 29 अप्रैल : अंजुमन इस्लामिया ने शनिवार को पीजीआई चंडीगढ़ (PGI Chandigarh) में लंगर सेवा दी। इस दौरान तकरीबन 700 जरूरतमंदों को भरपेट भोजन उपलब्ध करवाया गया। तकरीबन 12:30 बजे शुरू हुआ लंगर शाम 4:00 बजे तक जारी रहा। अंजुमन इस्लामिया के तकरीबन 22 सदस्य सेवा को लेकर पीजीआई चंडीगढ़ पहुंचे थे।
हालांकि अंजुमन इस्लामिया ने अंतिम निर्णय नहीं लिया है, लेकिन सैद्धांतिक तौर पर यह फैसला किया है कि महीने में एक मर्तबा पीजीआई चंडीगढ़ में लंगर सेवा का आयोजन अवश्य ही किया जाना चाहिए। बताया गया कि पीजीआई चंडीगढ़ प्रशासन ने आसपास के ढाबों को हटा दिया है। इन ढाबों में मरीजों के तीमारदारों को सस्ता खाना मिल जाया करता था, लेकिन अब पीजीआई की ही कैंटीन(Canteen) में एक समय का खाना तकरीबन डेढ़ सौ रुपए में मिलता है।
अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष बॉबी अहमद ने बताया कि चंद महीने पहले वह अपने एक करीबी के दाखिल होने के सिलसिले में पीजीआई गए थे। चंद रोज वहां रुकना पड़ा था, हालात देखकर दिल पसीज गया, क्योंकि दूर-दूर से आने वाले मरीजों के तीमारदारों के लिए सस्ती भोजन की व्यवस्था उपलब्ध नहीं थी। यहां महीनों तक भी मरीज दाखिल रहते हैं। उन्होंने बताया कि शनिवार के लंगर में राजमा व चावल के अलावा लस्सी व स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था की गई थी।
उन्होंने अंजुमन इस्लामिया के सदस्यों का सहयोग पर आभार भी प्रकट किया। उन्होंने कहा कि भविष्य में एक महीने में एक मर्तबा पीजीआई चंडीगढ़ में सेवा करने का अंतिम निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पीजीआई द्वारा लंगर उपलब्ध करवाने के लिए उचित जगह उपलब्ध करवाई गई है। उनका कहना था कि निशुल्क दवाओं के वितरण की व्यवस्था की गई थी, लेकिन इसके लिए पीजीआई से मंजूरी नहीं मिली। लिहाजा दवाओं का वितरण नहीं किया गया। बता दे कि शहर की अंजुमन इस्लामिया पहली संस्था होगी जिसने पीजीआई में इस तरीके का नेक कार्य किया है।