राजगढ़, 27 मार्च : मुख्यमंत्री निःशुल्क निदान योजना के तहत सिविल अस्पताल राजगढ़ के परिसर में निजी क्षेत्र में संचालित आधुनिक लैब केंद्र रोगियों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है। केद्र के दरवाजे पर लगे बोर्ड पर 24 घंटे आधुनिक लैब सुविधा प्रदान करने के दावे किए जा रहे हैं, परन्तु केंद्र में केवल रक्त के सैंपल ही लिए जाते हैं। निजी लैब का संचालन क्रसना डायग्नोस्टिक द्वारा किया जा रहा है।
बता दें कि इस निःशुल्क निदान केंद्र में कोई लैब सुविधा उपलब्ध नहीं है। लैब में केवल दो महिला कर्मचारी कार्यरत है, जिनके द्वारा मरीजों के ब्लड के नमूने लेकर बाहर भेजे जाते हैं, जिसके बाद मरीजों को तीसरे दिन रिपोर्ट लेने के लिए कहा जाता है। कई बार सर्वर डाउन होने व प्रिंटर न चलने की स्थिति में रिपोर्ट चौथे दिन भी मिलती है। जिसके चलते सिविल अस्पताल में दूर-दराज से आए मरीजों को तीन दिन तक राजगढ़ में किसी होटल में रूकने को मजबूर होना पड़ता है, जिससे विशेषकर निर्धन लोग प्रभावित हो रहे हैं।
वहीं, चंद सप्ताह पहले नाहन में केंद्र द्वारा 11 महीने के बच्चे के ब्लड ग्रुप की गलत रिपोर्ट जारी कर दी गई। गनीमत यह रही कि मेडिकल कॉलेज के ब्लड बैंक ने रिपोर्ट को क्रॉस चेक कर लिया। अन्यथा गलत ब्लड चढ़ने पर मासूम बच्चे की मौत भी हो सकती थी। इस सिविल अस्पताल में राजगढ़ क्षेत्र के अतिरिक्त रेणुका निर्वाचन क्षेत्र और सीमा पर लगते जिला शिमला और सोलन के विभिन्न गांव से लोग उपचार करवाने आते हैं।
हालांकि अस्पताल में अपनी निदान प्रयोगशाला उपलब्ध है। जिसमें कुछ बिमारी को छोड़कर सभी टेस्ट निःशुल्क किए जाते हैं। निःशुल्क निजी लैब में रिपोर्टें समय पर न मिलने से मरीज निराश हो जाते हैं। चूंकि डॉक्टर लैब रिपोर्ट मिलने के उपरांत ही दवाईयां व उपचार करते है। विभिन्न क्षेत्रों से आए मरीजों ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि तीन दिन हो गए परंतु केंद्र में सर्वर डाऊन व प्रिंटर खराब होने की स्थिति में जांच रिपोर्ट नहीं मिल पा रही है। अनेकों बार निदान केंद्र के कर्मचारी मरीजों को रिपोर्ट मोबाईल में पीडीएफ रूप में उपलब्ध होने बारे कहा जाता है, जिसके चलते मरीजों को बाजार जाकर प्रिंट निकलवाने पड़ते हैं जिस पर जेब से राशि अदा करनी पड़ती है।
राजगढ़ क्षेत्र की विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं ने सरकार से मांग की है कि निःशुल्क निजी जांच लैब में आधुंनिक उपकरण रखने के आदेश किए जाएं ताकि मरीजों को समय पर जांच रिपोर्टस मिल सके। प्रभारी सिविल अस्पताल राजगढ़ डाॅ. अशोक कुमार ने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार क्रसना निजी लैब को अस्पताल परिसर में स्थान उपलब्ध करवाया गया है।
सरकार के आदेशों में इस लैब को हब का दर्जा दिया गया है जिसका तात्पर्य लैब में सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए, ताकि रोगियों को प्रतिदिन समय पर जांच रिपोर्ट मिल सकें। डाॅ. अशोक ने बताया कि उन्हें भी इस बारे काफी शिकायतें मिल रही है, जिसकी सूचना उच्चाधिकारियों को भेज दी जाएगी।