सुंदरनगर, 27 मार्च : जेबीटी एवं डीएलएड प्रशिक्षुओं द्वारा बैचवाइज भर्ती में बीएड डिग्री धारकों को शामिल नहीं करने की मांग को लेकर अभी तक प्रदेश सरकार की ओर से कोई राहत नहीं मिली। प्रदेश सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा मामले में अंतिम निर्णय न्यायालय के आदेशों पर छोड़ दिया गया है।
मंडी जिला के राज्यस्तरीय सुकेत देवता मेला सुंदरनगर के शुभारंभ पर शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में रोहित ठाकुर ने कहा कि जेबीटी एवं डीएलएड बैचवाइज भर्ती में बीएड डिग्री धारक भी क्वालीफाई करते हैं। मामले को लेकर निर्णय अभी न्यायालय में विचाराधीन है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में आंदोलन कर रहे जेबीटी एवं डीएलएड प्रशिक्षुओं के साथ सहानुभूति है, लेकिन बैचवाइज भर्ती प्रक्रिया जारी रहेगी। रोहित ठाकुर ने कहा कि जेबीटी एवं डीएलएड प्रशिक्षुओं के पक्ष में न्यायालय से फैसला आने के बाद अंतिम निर्णय लेकर सरकार द्वारा पूर्ण विचार किया जाएगा।
प्रदेश में सरकारी और प्राइवेट शिक्षा के बीच आए अंतर को दूर करने की ओर कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का सूबे में क्वालिटी एजुकेशन पर पूरा ध्यान है। इसको लेकर रोजगार मुहैया करवाने वाले विभिन्न कोर्सों को प्रदेश में शुरू किया जाएगा। बता दें कि राज्य स्तरीय सुकेत देवता मेला को 100 वर्ष पूरे हो चुके हैं। रियासतकालीन देव समागम सुंदरनगर में करसोग, सुंदरनगर, गोहर और बल्ह क्षेत्र के देवी देवता शिरकत करते हैं।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को देवभूमि भी कहा जाता है। उन्होंने कहा कि देव कारदार संघ की मांगों को प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के ध्यान में लाया जाएगा। रोहित ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश अपनी लोक संस्कृति के लिए जाना जाता है। यह संस्कृति आने वाली पीढ़ियों के लिए सहजने को लेकर प्रदेश सरकार हरसंभव प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि सुकेत देवता मेला में करसोग,गोहर,बल्ह और सुंदरनगर क्षेत्र के देवी-देवताओं का समागम से प्रदेश की संस्कृति की झलक देखने को मिली है।