हमीरपुर (एमबीएम न्यूज): हिलोपा के महासचिव व पूर्व विधायक बाबूराम मंडयाल का सोमवार को यहां स्थित पैतृक घर जलाड़ी में निधन हो गया है। कुछ समय से बीमार चल रहे मंडयाल तीन बार नादौन हलके से विधायक बने। कांगड़ा सहकारी बैंक के चेयरमैन भी रह चुके मंडयाल ने अपना आखरी चुनाव हिलोपा के टिकट पर नादौन से ही लड़ा था।
20 जनवरी 1938 को जन्मे बाबू राम मंडयाल ने बीएएलएलबी की शिक्षा हासिल की थी। 1972 से 1977 तक सरकार में मुख्य संसदीय सचिव भी रहे। 1967 से प्रदेश की राजनीति में सक्रिय स्व. मंडयाल ने इसी साल बतौर आजाद प्रत्याशी अपना पहला चुनाव लड़ा था। 1972 में कांग्रेस में शामिल हो गए। पार्टी टिकट पर चुनाव जीते। 1977 से 1985 तक विधानसभा चुनाव की राजनीति से खुद को दूर रखा। 1990 में जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़ा।
इसके बाद 1998 में भाजपा के टिकट पर पूर्व शिक्षा मंत्री नारायणचंद पराशर को हराकर विधायक बने। पिछले विधानसभा चुनाव में मंडयाल भाजपा से नाराज होकर हिलोपा में शामिल हो गए, लेकिन हिलोपा के टिकट पर चुनाव नहीं जीत पाए।