सोलन (एमबीएम न्यूज़): अस्पताल में चल रही डॉक्टरों की भारी कमी के मुद्दे को लेकर कांग्रेसियों व व्यापार मंडल सोलन के बीच घमासान मच गया है। गुरूवार को इस मुद्दे को लेकर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा. धनीराम शांडिल की अध्यक्षता में हुई बैठक में कांग्रेस कार्यकर्ताओं तथा व्यापार मंडल के बीच खूब हंगामा हुआ। बैठक में मौजूद कांग्रेसियों ने मंत्री के खिलाफ की गई नारेबाजी को लेकर व्यापारियों को बुरी तरह से घेर लिया। दोनों पक्षों के बीच करीब 20 मिनट तक तू-तू मैं-मैं होती रही। हालांकि मंत्री ने स्थिति को भांपते हुए विरोध में उतरे कांग्रेसियों को चुप करवाया व दोनों पक्षों के बीच सामाजस्य स्थापित किया।
गत बुधवार को सोलन व्यापार मंडल ने क्षेत्रीय अस्पताल में डाक्टरों की कमी को लेकर प्रदर्शन किया था। इस दौरान व्यापारियों ने मंत्री व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी। इसके बाद गुरूवार की सुबह व्यापारियों ने स्थानीय विधायक व मंत्री धनीराम शांडिल से इस मुद्दे को लेकर बैठक की। बैठक में सोलन की कई संस्थाओं को भी आमंत्रित किया गया था। बैठक के दौरान व्यापार मंडल सोलन के अध्यक्ष कुशल जेठी ने कहा कि वह अस्पताल के मुद्दे पर किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं चाहते।
उन्होंने मंत्री डा. धनीराम शांडिल को सोलन अस्पताल के लिए डाक्टरों की संख्या बढ़ाने का मामला कैबिनेट में उठाने को कहा। साथ ही मांग रखी कि यहां पर डाक्टरों की संख्या करीब 40 की जाए। इसके अलावा कुशल जेठी ने आपात सेवाओं के लिए यहां पर 5 एमबीबीए डाक्टरों को नियुक्ति किए जाने की भी मांग रखी। उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था किए जाने से विशेषज्ञ डाक्टरों को रात को ड्यूटी नहीं देने पड़ेगी और वे दिन में भी मरीजों के लिए उपलब्ध रहेंगे। बैठक में यह मामला अभी चल ही रहा था कि कुछ कांग्रेसियों ने यह कह कर माहौल को गर्म कर दिया कि यदि व्यापारियों को मंत्री से बैठक ही करनी थी,तो उन्होंने बुधवार को मंत्री के खिलाफ नारेबाजी क्यों की।
इसी बात पर बैठक में उपस्थित व्यापारी वर्ग भड़क गया। दोनों पक्षों की तरफ से शब्दों के बाण निकलने आरंभ हो गए और देखते ही देखते बैठक स्थल हंगामे में तबदील हो गया। व्यापारियों ने स्पष्ट कहा कि इस मामले में कोई राजनीति नहीं कर रहे है। व्यापारियों ने बैठक में कहा कि उनके एक साथी को हार्टअटैक पडऩे के कारण अस्पताल में जो परेशानी हुई, उसके रोष स्वरूप सरकार को जगाने के लिए व्यापारियों ने प्रदर्शन किया। जनता लोकतंत्र में नारेबाजी कर सकती है। इसी बात को लेकर बैठक में हंगामा बरप गया। व्यापारी व कांग्रेसी आपस में उलझ गए।
कुछ देर के लिए बैठक में माहौल पूरी तरह से खराब हो गया। गुस्से में आकर व्यापारी बैठक छोड़कर जाने लगे, लेकिन मंत्री धनीराम शांडिल ने मामला शांत करवाने के लिए कांग्रेसियों को चुप रहने की नसीहत दी, जिसके बाद जैसे तैसे माहौल शांत हो पाया। बैठक में व्यापार मंडल के सदस्यों के अलावा सेवानिवृत्त कर्मचारियों, विजय फोरम अध्यक्ष तरसेम भारती व अन्य संस्थाओं के सदस्यों ने भाग लिया।
क्या कहते है तरसेम भारती?
बैठक में मंत्री के समक्ष विजय फोरम के अध्यक्ष तरसेम भारती ने कहा कि जब तक कैबिनेट में डाक्टरों की संख्या बढ़ाने को लेकर कोई फैसला नहीं होता, तब तक अस्थाई तौर पर यहां अतिरिक्त डाक्टरों की नियुक्ति होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर वे व्यापार मंडल के साथ मिलकर हस्ताक्षर अभियान शुरू करेंगे।
”क्षेत्रीय अस्पताल सोलन की जरूरत सभी को पड़ जाती है, चाहे वह किसी भी पार्टी का समर्थक हो। इस मुद्दे पर हम कोई राजनीति नहीं कर रहे है। जनहित में व्यापार मंडल ने यह मामला उठाया गया है, लेकिन कांग्रेसियों को व्यापार मंडल का यह कदम सही नहीं लगा और वे बैठक में व्यापारियों से उलझ गए।” -कुशल जेठी, अध्यक्ष, व्यापार मंडल