मंडी (वी. कुमार): नगर परिषद नेरचौक का मुद्दा दिनों दिन गर्माता जा रहा है। नगर परिषद का विरोध कुछ इस कदर हो रहा है कि अब चुने हुए प्रतिनिधियों ने शपथ लेने से ही इंकार कर दिया है। और तो और अपना पद छोड़ने से भी साफ तौर पर मना कर दी है। इस बारे में चुने हुए दो पार्षदों ने सीएम वीरभद्र सिंह को अपना ज्ञापन भेज दिया है।
बता दें कि नगर परिषद नेरचौक के 11 वार्डों में से मात्र 5 वार्डों से ही प्रत्याशियों का चयन हो सका है, जबकि बाकी 6 वार्डों की जनता ने नगर परिषद का भारी विरोध किया है और यहां पर कोई भी प्रत्याशी मैदान में नहीं उतर सका है। पांच वार्डों से चुनकर आये प्रार्षदों में से 2 पार्षदों ने विरोध का नया तरीका निकालते हुए अब शपथ लेने और त्याग पत्र देने से इंकार कर दिया है। विरोध करने वाले पार्षदों में भंगरोटू वार्ड से मनी राम और मझाठल वार्ड से रमा देवी का नाम शामिल है।
इन्होंने सीएम को भेजे अपने ज्ञापन में कहा है कि जब तक नगर परिषद नेरचैक में शामिल किये गये ग्रामीण इलाकों को इससे बाहर नहीं किया जायेगा तब तक नगर परिषद नेरचैक का विरोध जारी रहेगा। साथ ही इनकी यह भी मांग है कि इन ग्रामीण इलाकों को बाहर करके तुरंत यहां पर ग्राम पंचायतों का गठन किया जाये और पंचायत चुनाव करवाये जायें। इनका कहना है कि जब तक सरकार ऐसा नहीं करेगी तब तक इनका विरोध जारी रहेगा और न तो यह शपथ लेंगे और न ही अपने पद से त्याग पत्र देंगे।
बता दें कि नगर परिषद नेरनेरचौक का इसके गठन के बाद से ही लगातार विरोध हो रहा है। चुनाव आयोग यहां पर 6 महीनों में दो बार चुनाव करवा चुका है लेकिन लोगों को विरोध कुछ इस कदर है कि लगातार चुनावों का बहिष्कार किया जा रहा है।