शिमला (एमबीएम न्यूज) : राज्यसभा के उपनेता आनंद शर्मा ने कहा है कि वे हिमाचल प्रदेश में सीएम पद के दावेदार नहीं हैं। शिमला स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आज पत्रकारों के सवाल पर आनंद शर्मा ने कहा कि पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर की जिम्मेदारी सौंपी है तथा हिमाचल की राजनीति में उनकी कोई रूचि भी नहीं है।
पत्रकारों ने जब यह पूछा कि हिमाचल में ऐसी कोई परिस्थिति उत्पन्न होती है, तो क्या आप कांग्रेस से सीएम के दावेदार हैं, तब आनंद शर्मा का कहना था कि मैं अभी राज्यसभा के लिए चुन कर गया हूं। मेरे पास जिम्मेदारी है और मैं बहुत संतुष्ट हूं। भाजपा की तरफ से केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा की सीएम पद की चर्चाओं पर शर्मा ने कहा कि भाजपा क्या तय करती है, यह उनका अंदरूनी मामला है।
उन्होंने कहा कि आज विपक्ष की भूमिका देश की संसद में बहुत जरूरी है और मेरा सौभाग्य है कि उसे निभाने के लिए मुझे बड़ी जिम्मेदारी मिली है और मैं वही करना चाहता हूं।
आनंद शर्मा ने एफडीआई, जीएसटी समेत कई मुददों पर मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार के कार्यकाल में कोई उपलब्धि नहीं है, फिर भी ऐसा प्रचार करना कि पिछले दो सालों में ही देश में क्रांतिकारी परिवर्तन हुआ है, भ्रामक व जनता को गुमराह करने वाला है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने दो साल के कार्यकाल के जश्न पर पानी की तरह पैसा बनाया। बेहतर होता कि इस पैसे को ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों पर खर्च किया जाता।
उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को अर्थशास्त्र की जानकारी नहीं है तथा प्रधानमंत्री संग वे सरकार की उपलब्धियों को लेकर गलत आंकड़े प्रस्तुत कर रहे हैं। दो साल पहले जो वायदे भाजपा ने किए हैं, वे पूरे नहीं हुए हैं तथा जनता स्वयं को ठगा महसूस कर रही है।
आनंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब तक 36 देशों का दौरा कर चुके हैं, लेकिन भारत को आर्थिक तौर पर इन दौरों का क्या लाभ मिला है, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। महाराष्ट्र प्रांत का एक जिला सूखे से बुरी तरह ग्रस्त है, लेकिन प्रधानमंत्री ने वहां जाना जायज नहीं समझा। इससे मोदी सरकार संवेदनहीन मालूम पड़ती है।
आनंद शर्मा ने कहा कि देश की ग्रॉस कैपिटल फारमेशन माइनिस मेंं पहुंच गई है। इसका अर्थ है कि देश मेंं न तो नया निवेश हो रहा है और न ही नौकरियां दी जा रही हैं। देश की अर्थव्यवस्था संघर्ष कर नही है, जो कि बेहद चिंताजनक है।
शर्मा ने कहा कि कांग्रेस को प्रधानमंत्री द्वारा योग के प्रचार पर बढ़ावा देने की आपति नहीं है, लेकिन प्रधानमंत्री को देश की अर्थव्यवस्था पर भी ध्यान देना चाहिए। जीएसटी पर शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इसके पक्ष में है, लेकिन इस पर वोटिंग से आम सहमति से संवैधानिक संशोधन होना चाहिए तथा सही जीएसटी बिल आना चाहिए।