शिमला, 20 दिसंबर : हिमाचल प्रदेश में नवनिर्वाचित कांग्रेस की सुखविंदर सुक्खू सरकार लगातार कड़े फैसले ले रही है। पूर्व की जयराम सरकार के कार्यकाल के आखिरी महीनों में खोले गए कई संस्थानों एवं दफ्तरों को बंद किया जा रहा है। इस कड़ी में सुक्खू सरकार ने चुनावी साल में खोले गए बिजली बोर्ड के 32 दफ्तर डिनोटिफाई कर दिए हैं। हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड ने मंगलवार को इस सम्बंध में अधिसूचना जारी की है। इसके तहत 3 सर्किल ऑफिस, 12 डिवीजन ऑफिस, 17 सब डिवीजन ऑफिस डिनोटिफाई किये गए हैं।
अधिसूचना के मुताबिक नेरचौक, शिलाई, संगड़ाह, सुजानपुर, थुनाग, दवी-मारहू-मुंडल, भावानगर, तीसा, भोरंज और हरोली में खोले गए न्यू इलेक्ट्रिकल डिवीजन के दफ्तर डिनोटिफाई किये गए हैं। इसी तरह सिरमौर के कफोटा, पांवटा के संतोषगढ़, राजगढ़ के चंदोल, रोहड़ू के क्वार, सोलन के चायल, सिरमौर के संगड़ाह, सिरमौर के हरिपुरधार, शिमला के शोघी, जंगलबैरी, थुनाग, बागाचनलोग, धीरा, नकरोड़, निरथ, लदरोर और घुमारवी के जजीवन में न्यू इलेक्ट्रिकल सब डिवीजन को डिनोटिफाई कर दिया गया है।
बंजार के बटलाहर में न्यू इलेक्ट्रिकल सेक्शन, नूरपुर, भवारना और धर्मपुर में न्यू ऑपरेशन सर्कल को बंद किया गया है। इन दफ्तरों में अब ताले लग जाएंगे तथा इनमें तैनात स्टाफ के समायोजन को लेकर अलग से आदेश जारी होंगे। इन्हें बंद करने के पीछे तर्क दिया जा रहा है कि पूर्व सरकार ने बजट और स्टाफ का प्रावधान किए बगैर ही इन्हें खोल दिया था।
बता दें कि भाजपा की पूर्व जयराम सरकार ने आखिर के 9 महीने में इन दफ्तरों को खोला था। मुख्यमंत्री सुक्खू ने पदभार संभालने के बाद घोषणा की थी कि उनकी सरकार पिछली सरकार के आखिरी नौ महीनों में लिए गए फैसलों की समीक्षा करेगी और बिना बजटीय प्रावधान के खोले गए संस्थानों व दफ्तरों को बंद किया जाएगा।