नाहन, 17 दिसंबर : हिमाचल पथ परिवहन निगम (Himachal Road Transport Corporation) के नाहन डिपो में एक टायर ढोने वाली बस भी है। ये बस निगम को “आम के आम गुठलियों के दाम” देती है। लाजमी तौर पर आपके जेहन में ये विचार आया होगा कि टायरों वाली बस का क्या मतलब। साधारण शब्दों में कहे तो ये बस रूट एक तीर से दो निशाने लगाता है।
चलिए आपको बताते हैं..
अक्सर ही आप ने नाहन से परवाणू जाने वाली बस की छत पर टायरों को लदा देखा होगा। औसतन हर रोज ही बस की छत पर टायर होते हैं। दरअसल, परवाणू में निगम की कार्यशाला में बसों के टायरों पर रबड़ चढ़ाने की व्यवस्था हैं। एक मियाद पूरी होने के बाद टायरों के रबड़ को बदलने की आवश्यकता पड़ती है। डिपो की बस के टायर लाने और ले जाने के लिए नाहन से परवाणू रूट चलाया गया है। सुबह ये बस यात्रियों के साथ टायर लेकर निकलती है, शाम को वापस लेकर लौट आती है। ऐसी भी जानकारी है कि हिमाचल प्रदेश में निगम (Corporation) की बसों के टायर बदलने की वर्कशॉप जसूर, मंडी व परवाणू में हैं।
आम के आम गुठलियों के दाम…
हालांकि निगम के मौजूदा स्टाफ को ठीक से स्मरण नहीं है कि ये बस सेवा कब शुरू की गई थी, लेकिन पुराने जानकारों का कहना है कि पहले इस बस का रूट वाया कुमारहट्टी हुआ करता था। लेकिन आमदनी बढ़ाने के मकसद से इसे वाया चंडीगढ़ कर दिया गया। गौरतलब है कि टायरों वाली बस में न केवल यात्रियों को ले जाया जाता है, बल्कि रबड़ चढ़ने के बाद टायर भी इस बस में वापस आते हैं। यानी निगम टायरों की ढुलाई का खर्च भी बचा लेता है।
आपको यह भी बता दें कि एक वक्त था जब HRTC का नाहन डिपो समूचे प्रदेश में निगम का कमाऊ पूत हुआ करता था, लेकिन व्यवस्था की कमी के कारण यह डिपो भी घाटे में आ गया। लंबे रूट और नाईट सर्विस की सेवा को लेकर डिपो की अलग पहचान हुआ करती थी, लेकिन धीरे-धीरे बाकी डिपो ने लंबे रूटों पर कब्जा कर लिया।
उधर, एक जानकारी यह भी सामने आई है कि पहले नाहन-परवाणु बस में यात्रियों से भी संतोषजनक मुनाफा हो रहा था, लेकिन हाल ही में कालाअंब से आगे हरियाणा रोडवेज ने निगम की बस से आगे परिवहन सेवा शुरू कर दी है। लिहाजा आमदनी पर असर पड़ने लगा है। नाहन से 17 किलोमीटर बाद हरियाणा में कॉम्पिटिशन शुरू हो जाता हैं।
यह भी बताते हैं
निगम के अधिकारियों का यह भी कहना है कि कई बार परवाणू वर्कशॉप में ही यात्री बस में सवार होने के लिए पहुंच जाते हैं। निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक संजीव बिष्ट ने कहा कि बस में नियमित तौर पर टायरों को बदलने के लिए परवाणु भेजा जाता है। क्षेत्रीय प्रबंधक ने कहा कि बस की आमदनी भी संतोषजनक है।