नाहन, 2 दिसंबर : उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां बाला सुंदरी ( Maa Bala Sundari Temple, Trilokpur) के प्राचीन मंदिर के समीप एक परिवार ने निजी भूमि में “ठाकुर द्वारा” मिलने का दावा किया है। इसके मुताबिक परिवार को “गुरु जी” ने बताया था कि निजी भूमि में ठाकुर द्वारा दबा हुआ है।
परिवार के मुखिया ठाकुर युद्धवीर सिंह ने जेसीबी के माध्यम से गुरु जी द्वारा बताए गए स्थान को खोदना शुरू किया तो वह उस समय अवाक रह गए, जब पाया कि वास्तव में “चबूतरा नुमा” जगह मौजूद है।
परिवार के दावे की मानें तो इस जगह पर कुछ खास तरह के पत्थर भी बरामद हुए हैं। इन पत्थरों को खास तरीके से आकार दिया गया है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मानो पत्थरों को देवी देवताओ की मूर्तियों में ढाला गया है। शुक्रवार सुबह शुभ मुहूर्त में परिवार ने इस स्थान पर भगवान श्री कृष्ण जी के मंदिर का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है।
बता दें कि परिवार द्वारा बड़े भूखंड पर पहले खुदाई की गई। इसके लिए जेसीबी की मदद ली गई थी। इसके बाद ही जगह को तलाशा गया। ठाकुर युद्धवीर सिंह ने कहा कि परिवार के सदस्यों ने मंदिर के निर्माण कार्य को विधिवत तरीके से शुरू कर दिया है।
एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क से बातचीत में उन्होंने यह भी बताया कि गुरुजी ने इस बात का भी जिक्र किया था कि उनके नाम को सार्वजनिक ना किया जाए। परिवार के सदस्य अभिषेक ठाकुर ने कहा कि “ठाकुर द्वारा” होने की सूचना काफी पहले से थी, लेकिन करीब एक महीने पहले सटीक जगह का पता लगा था। इसके बाद से निरंतर खुदाई की जा रही थी।
शुक्रवार सुबह परिवार ने मंदिर का निर्माण शुरू करवा दिया है। उन्होंने कहा कि प्राचीन माता बाला सुंदरी मंदिर के ठीक पीछे ही निजी भूमि में मंदिर का निर्माण करवाया जा रहा है।