शिमला (एमबीएम न्यूज़): मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज यहां कहा कि सरकार ने कोल बांध से शिमला शहर के लिए 250 करोड़ रुपए की नई उठाऊ पेयजल योजना को स्वीकृति प्रदान की है। उन्होंने कहा कि राज्य इस महत्वकांक्षी योजना का निर्माण पूरा करने के लिए भारत सरकार के माध्यम से एशियन विकास बैंक अथवा विश्व बैंक से ऋण लेगा। यह योजना शिमला शहर तथा इसके आस-पास के क्षेत्रों में पेयजल की समस्या का समाधान करेगी तथा अगले 100 वर्षों के लिए नियमित जलापूर्ति सुनिश्चित करेगी।
मुख्यमंत्री शिमला के गंज बाजार में 1.5 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित स्नातक धर्मशाला एवं बहुद्देशीय हॉल की आधारशिला रखने के उपरांत एक जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। वीरभद्र सिंह ने कहा कि समूचे शिमला शहर का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है, और स्थानीय लोगों व पर्यटकों की सुविधा के लिए विभिन्न बुनियादी सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। सरकार, एशियन विकास बैंक द्वारा वित्तीय सहायता से शहर के सौंदर्यीकरण पर 150 करोड़ रुपये खर्च कर रही हैं। उन्होंने कहा कि लोअर बाजार का दबाव कम करने के लिए अनाज तथा सब्जी मण्डी को अन्यत्र किसी उपयुक्त स्थान पर स्थानान्तरित किया जाएगा। उन्होंने मानवीय कार्यों के प्रयासों के लिए स्नातन धर्म शिमला की सराहना की।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने 10 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला संजौली के नए भवन की आधारशिला रखी। उन्होंने स्कूली बच्चों की सुविधा के लिए संजौली स्थित कार पार्किंग के ऊपर एक खेल मैदान का निर्माण करने तथा इस कार्य को दो शिफ्टों में तय समय सीमा के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए।उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (कन्या) लक्कड़ बाजार के भवन की आधारशिला भी रखी। इसके निर्माण पर 7.72 करोड़ रुपये खर्च होंगे। उन्होंने स्कूल के प्रवेश द्वार का सुधार करने तथा स्कूल का रास्ता चौड़ा करने के निर्देश दिए। उन्होंने पांच मंजिला स्कूल भवन के निर्माण के लिए पट्टे पर भूमि प्रदान करने के लिए हि.प्र. वक्फ बोर्ड का आभार जताया। मुख्यमंत्री ने सांस्कृतिक गतिविधियों के प्रोत्साहन के लिए अपनी ऐच्छिक निधि से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लक्कड़ बाजार के बच्चों को 1.5 लाख रुपये तथा स्नातन धर्म राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गंज बाजार के बच्चों को 21000 रुपये की राशि की घोषणा की।