सुंदरनगर (नितेश सैनी): जैदेवी स्कूल के दसवीं कक्षा के छात्र की मौत के मामले में गुस्साएं स्यांजी कोठी गांव के ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल डीएसपी सुंदरनगर संजीव भाटिया से मिला। इस दौरान टेक चंद, बीआर कौंडल, आरएल कौंडल, एमएल कौंडल, लेख राम, देवेंद्र सिंह, चमन लाल, राजेंद्र, चुनी लाल सकलानी, हीरा लाल, बलदेव, सुंदर लाल का कहना था कि दलित वर्ग से संबंध रखने वाले नाबालिग लड़के को आत्महत्या करने के लिए स्कूल के छात्रों द्वारा मजबूरन किया गया है और उससे बार-बार मारपीट की घटनाएं पेश आने के बाद उसे मरने के लिए उकसाया गया।
उन्होंने इस मामले में उचित जांच एक स्वतंत्र एजेंसी से करवाने की भी मांग प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से की है और स्कूल प्रिंसीपल डीईपी समेत अन्य संबंधित स्टाफ के खिलाफभी कड़ी कार्यवाही करते हुए स्टाफ के निलंबन की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में शीघ्र ही उचित कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले दिनों शिक्षा विभाग के उच्चधिकारियों से मिलकर आगामी कार्यवाही अमल में लाने को रूपरेखा तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस स्कूल में अध्ययनरत अधिकतर दलित वर्ग के बच्चे गैरहाजिर पाए गए हैं। क्योंकि सामान्य जाति वर्ग के लोग बच्चो को स्कूल से अपने खेतीबाड़ी के कार्यो को करवाने के लिए ही ले जाते हैं।
इस बात का खुलासा भी हाजिरी रजिस्टर को देखने के बाद हुआ है। जहां पर खेतों में दलित वर्ग के लोगों के साथ दूरव्यवहार करने और मारपीट की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है। वही डीएसपी संजीव भाटिया का कहना है कि लड़के की मौत मामले में हर पहूल की गहनता से छानबीन की जा रही है। स्कूल प्रबंधन से भी पुलिस मामले की पूछताछ कर रही है।