सोलन (एमबीएम न्यूज़): शहर सहित कसौली निर्वाचन क्षेत्र के दर्जनों गांव में अब पेयजल संकट की समस्या समाप्त हो जाएगी। इसकी वजह यह है कि प्रदेश सरकार ने करीब चार महीनों से बंद पड़ी अश्विनी खड्ड पेयजल योजना से पुन: सिंचाई विभाग को पानी लिफ्ट करने की मंजूरी प्रदान कर दी है। उधर सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग सोलन के अधिशाषी अभियंता हेमंत तनवर ने प्रदेश सरकार द्वारा जारी की गई उक्त अधिसूचना की पुष्टि की है।
सोलन शहर तथा कसौली निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को अब पेयजल की किल्लत से नहीं जूझना पड़ेगा। इसका कारण यह है कि सरकार ने महीनों से बंद पड़ी अश्वनी खड्ड योजना को फिर से चालू करने के लिए मंगलवार को हरी झंडी दिखा दी है। इस संदर्भ में सरकार ने सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग को एक अधिसूचना भी जारी कर दी है। अश्वनी खड्ड योजना से पानी लिफ्ट किए जाने से अब सोलन सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट दूर हो जाएगा।
गौर रहे कि सोलन में पीलिया फैलने की वजह से अश्वनी खड्ड योजना से 23 जनवरी, 2016 को पानी लिफ्ट करने पर सरकार ने पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था। अश्वनी खड्ड पेयजल योजना के सैंपल जांच के दौरान फेल पाए गए थे। पुना से आई जांच टीम ने भी इस पानी का पीने योग्य नहीं बताया था। आईपीएच विभाग द्वारा इसके बाद अश्ववनी खड्ड योजना की सुपर क्लोरिनेशन की जा रही थी। योजना के दोनों टैंकों को साफ कर दिया गया। इसें बाद फिर वायरोलोजी डिपार्टमेंट पूना की टीम द्वारा पानी के सैंपल भरे गए।
पानी में हैपिटाइट्स वायरस की मौजूदगी का पता लगाने के लिए पूने स्थित नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ वायरोलोजी में उक्त अश्वनी खड्ड से भरे गए सैंपलों को जांच के लिए भेजा गया था। 29 जनवरी, 2016 को भेजे गए पानी के नमूनों में नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ बायरोलॉजी पूने ने हैपिटाइट्स वायरस की पुष्टि की। इसके बाद विभाग ने 1 मार्च, 2016, 19 अप्रैल, 2016, 27 अप्रैल, 2016 तथा 13 मई, 2016 को फिर अश्वनी खड्ड से स्वास्थ्य विभाग की टीम की मौजूदगी में पानी के सैंपल भरे और जांच के लिए पूने भेजा।
अब नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ वायरोलॉजी पूने की तरफ से जो जांच रिपोर्ट भेजी गई है उसमें हैपिटाइट्स वायरस न होने की पुष्टि की गई है। इसी के आधार पर गत 20 मई, 2016 को पूने लैब की तरफ से प्रदेश सरकार को रिपोर्ट भेजी गई। उक्त रिपोर्ट को प्राप्त करने के बाद मंगलवार को प्रदेश सरकार ने जिला सोलन प्रशासन तथा सिंचाई विभाग को अश्वनी खड्ड पेयजल योजना को पुन: चलाने की अनुमति प्रदान कर दी है। योजना को आरंभ करने की अनुमति मिलने के बाद अब सिंचाई विभाग 1 जून, 2016 की शाम से अश्विनी खड्ड योजना से पानी की लिफ्टिंग शुरू कर देगा। योजना के आरंभ होने के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि सोलन शहर तथा आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में गत कई दिनों से पैदा हुए पेयजल संकट समाप्त हो जाएगा तथा लोगों को पर्याप्त मात्रा में पेयजल मिलना शुरू हो जाएगा इस बारे में उपायुक्त सोलन को आदेश दिए गए हैं।
उधर उपायुक्त सोलन राकेश कंवर ने पुष्टि करते हुए बताया कि राज्य सरकार ने बंद पड़ी अश्विनी खड्ड पेयजलयोजना को फिर से आरंभ करने की अनुमति प्रदान कर दी है। सिंचाई विभाग बुधवार से योजना से पानी लिफ्ट करना आरंभ कर देगा।