सोलन (एमबीएम न्यूज़): सोलन में गहराए पेयजल संकट के लिए नगर परिषद के पूर्व पार्षदों व कांग्रेसी नेताओं ने वर्तमान नगर परिषद अध्यक्ष पवन गुप्ता व उपाध्यक्ष मीरा आनंद को कसूरवार ठहराया है। पूर्व पार्षदों ने दावा किया है कि सिंचाई विभाग नगर परिषद को मांग के मुताबिक पेयजल की सप्लाई कर रहा है, लेकिन भाजपा अपनी राजनीति चमकाने के लिए ड्रामेबाजी कर रही है। पूर्व पार्षदों व कांग्रेसी नेताओं ने कहा है कि वर्तमान नगर परिषद शहर के लोगों को पेयजल मुहैया करवाने में विफल साबित हो रहे हैं, लिहाजा उन्हें प्रदर्शन करने की बजाए अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
सोलन शहर में पिछले कई दिनों से चल रही पेयजल की किल्लत को लेकर कांग्रेस-भाजपा के बीच वाकयुद्ध शुरू हो गया है। मंगलवार को सोलन में पूर्व पार्षदों एवं कांग्रेस नेताओं ने संयुक्त पत्रकारवार्ता में पानी के मुद्दे को लेकर भाजपा पर तीखा पलटवार किया है। पत्रकारवार्ता में कांग्रेस नेता अमन सेठी, नगर परिषद सोलन के पूर्व पार्षद विशाल वर्मा, राजीव कौड़ा, रोहित शर्मा व रोहित चौहान ने कहा कि शहर में पेयजल की जो समस्या उत्पन्न हुई है उसके लिए वर्तमान नगर परिषद के अध्यक्ष पवन गुप्ता, उपाध्यक्ष मीरा आनंद तथा सभी भाजपा समर्थित पार्षद जिम्मेदार है।
अमन सेठी ने कहा कि शहर में वास्वत में पानी की कोई समस्या नहीं है,लेकिन भाजपा के नेतागण अपनी राजनीति चमकाने के लिए जानबूझ कर पेयजल की समस्या को क्रिएट कर रहे है। उन्होंने कहा कि सोलन शहर में पानी की समस्या गंभीर बनी हुई है और इसके लिए भाजपा समर्थित सोलन नगर परिषद के अध्यक्ष पूरी तरह से जिम्मेदार व जवाबदेह हैं। पूर्व पार्षद विशाल वर्मा ने आंकड़ों को मीडिया के समक्ष रखते हुए कहा कि सोलन शहर की कुल 50 हजार की आबादी को 120 लीटर प्रति व्यक्ति के अनुपात से 60 लाख लीटर पानी की प्रतिदिन आवश्यकता है, जबकि प्रतिदिन 65 से 70 लाख लीटर पानी प्रतिदिन आईपीएच विभाग नगर परिषद सोलन को दे रहा है। नी राजनीति चमकाने के लिए पानी की समस्या को मुख्य हथियार बना रही है।