शिमला (एमबीएम न्यूज): हिमाचल प्रदेश में आए दिन बढ़ रही सडक़ दुर्घटनाओं को लेकर हिमाचल पथ परिवहन निगम सुरक्षित चलाएं, सुरक्षित पहुंचाएं मुहिम शुरू करने जा रहा है, ताकि बस हादसों पर अंकुश लग सके। यह अपडेट परिवहन मंत्री जीएस बाली ने अपने फेसबुक पेज पर किया है। बाली ने कहा कि ग्रामीण व दूरदराज के रूटों पर बस भेजने से पहले चालक की काउंसलिंग होगी। इसमें चालकों को सडक़ की हालत और ब्लैक स्पॉट के बारे में बताया जाएगा।
उन्होंने कहा कि रूट पर बस चलाने से पहले चालक की ड्यूटी होगी कि वह बस का स्टेरिंग, गेयर, ब्रेक व कल्च की अच्छी तरह से जांच पड़ताल कर ले। बाली ने कहा कि बस चलाते हुए मोबाइल सुनने वाले चालकों पर सख्त कार्रवाई अमल में पहले से लाई जा रही है। उन्होंने लोगों से भी इस मामले में सहयोग की अपील की है। परिवहन मंत्री ने कहा कि लोक निर्माण विभाग के साथ तालमेल बिठाकर ब्लैक स्पॉट को चिन्हित करने व रेलिंग लगाने के कार्य किया जाएगा। बाली ने कहा कि ठियोग की हादसा ग्रस्त बस में कोई तकनीकी खामी नहीं थी। हादसा ग्रस्त बस 2010 मॉडल की है और करीब साढ़े 3 लाख किलोमीटर चली हुई है। परिवहन निगम सात लाख किलोमीटर तक बसों को इस्तेमाल करता है।