नाहन, 09 सितंबर : हाल ही में शिलाई को मिली नई 108 एंबुलेंस में पहली प्रसूति हुई है। बकरास के बंबराड़ की रहने वाली किरण देवी पत्नी राजेंद्र ठाकुर को शिलाई से पांवटा अस्पताल रैफर कर दिया गया। लेकिन 40 किलोमीटर दूर बड़वास में महिला की प्रसव पीड़ा असहनीय हो गई।
लिहाजा ईएमटी ओम प्रकाश शर्मा व पायलट ओम प्रकाश ने दोपहर में सफल डिलीवरी करवा दी। ये महिला का तीसरा बच्चा है। इसी बीच बड़ा सवाल ये उठा है कि क्या अस्पतालों द्वारा जानबूझ कर गर्भवती महिलाओं की प्रसूति से बचने की कोशिश की जाती है। ऐसा बताया जा रहा है कि अगर आंकड़ों को खंगाला जाए तो इस बात का खुलासा होगा कि शिलाई से रैफर 90 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं की प्रसूतियां 108 एंबूलेंस में ही हुई हैं।
अंदरखाते ये भी सवाल उठाया जा रहा है कि क्या अस्पताल प्रशासन द्वारा मरीजों को 108 में थोपने का कार्य इसलिए किया जाता है कि काम से बचा जा सके। अंदर खाते ये भी दावा है कि 108 के स्टाफ के लिए भी रोजाना ही एंबुलेंस में डिलीवरी करवाना आसान नहीं है। बहरहाल, किरण देवी को नवजात सहित पांवटा साहिब अस्पताल पहुंचा दिया गया है। जच्चा-बच्चा सुरक्षित हैं।