शिमला, 13 अगस्त : हिमाचल विधानसभा का मानसून सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया है। मौजूदा भाजपा सरकार की 13वीं विधानसभा का यह 15वां व आखिरी सत्र रहा। शनिवार को मानसून सत्र के समापन पर विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।
उन्होंने कहा कि चार दिन तक चले मानसून सत्र के दौरान विधानसभा के सदन कुल 22 घंटे और 40 मिनट चला। कहा कि मौजूदा 13वीं विधानसभा में 15 विधानसभा सत्र हुए, जिनमें कुल 140 बैठकें हुईं। इस दौरान 7414 तारांकित और 3099 अतारांकित प्रश्न पूछे गए। इस अवधि में कुल 70 विधायक पुनर्स्थापित हुए जबकि विभिन्न समितियों के 683 प्रतिवेदन स्वीकृत हुए।
परमार ने कहा कि कोरोना महामारी की विकट परिस्थितियों में भी विधानसभा के सत्र आयोजित हुए और इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का भी पूरा ध्यान रखा गया।
उन्होंने कहा कि बीते पौने पांच साल में हिमाचल विधानसभा कई महत्वपूर्ण आयोजनों की गवाह बनी। वर्ष 2018 में विधानसभा में राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन जोन चार का आयोजन हुआ, जिसमें तत्कालीन लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं। सितंबर 2021 को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने हिमाचल विधानसभा को संबोधित किया। 100 साल पहले 1921 में शिमला में पीठासीन अधिकारियों का पहला सम्मेलन हुआ और 20 नवंबर 2021 को प्रदेश विधानसभा में 23 राज्यों की विधानसभाओं के पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन हुआ। इस समारोह को पीएम नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली संबोधित किया।
सदन के नेता व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन के समापन अवसर पर अपने संबोधन में प्रदेश सरकार के पौने पांच वर्ष के कार्यकाल को उल्लेखनीय करार दिया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार गरीब वर्ग के लिए समर्पित रही। गरीबों और गम्भीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए हिमकेयर और सहारा योजना वरदान साबित हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने प्रदेश में राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से काम करने की एक रिवायत को खत्म किया और पिछली कांग्रेस सरकार के नेताओं के विरुद्ध सियासी द्वेष से कोई मामले नहीं बनाए गए।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने अपने संबोधन में कहा कि सदन की कार्रवाई में विपक्ष ने सरकार को सकारात्मक सहयोग प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में काफी विकास हुआ है तथा इसके लिए यहां की सरकारों को श्रेय जाता है।