नाहन (एमबीएम न्यूज): जिला प्रशासन द्वारा नाहन के चौगान में आयोजित रेडक्रॉस मेले में जहां दर्जनों स्टॉल मेले की शोभा को बढ़ा रहे थे, वहीं जय मां भंगायणी स्वयं सहायता समूह हरिपुरधार द्वारा लगाया गया, सिरमौरी व्यंजनों का स्टॉल विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। इस स्टॉल में समूह की अध्यक्ष मथुरा बिमटा, सुमन, रेखा ने बताया कि मात्र 1500 रुपए का निवेश कर उन्होंने मेले में 20 हजार से भी ज्यादा की आमदनी की है।
यह स्टॉल ग्रामीण बैंक नाबार्ड की स्वयंसहायता समूह की महिलाओं द्वारा लगाया गया था। नाबार्ड के डीडीएम गौरव शर्मा ने बताया कि ग्रुप की महिलाओं में मेहनत व लग्र से काम करने का जज्बा है। इन स्वयं सहायता समूह को नाबार्ड सस्ती दरों पर ऋण देकर प्रमोट करता है। इस स्टॉल में सिरमौरी व्यंजनों को देसी घी के साथ परोसा गया, जो खाने में बेहद लजीज हैं।
वहीं मेले में वन संंगिनी स्वयं सहायता समूह भरोग-बनेड़ी, स्वयं सहायता समूह भेनू-पराड़ा की सुमन, वबीता, रीना रानी और किरन द्वारा चीड़ की पत्तियां से तैयार किए गए गुलदस्ते, बोहिया, टोकरियां भी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रही। चीड़ की पत्तियों से तैयार किए गए विभिन्न उत्पादों को लेकर पर्यावरणविद बड़ उत्साहित थे, क्योंकि जंगलों में पहले चीड़ की पत्तियां व्यर्थ ही रह जाती थी और आग लगने का बड़ा कारण बनती थी।
यदि सरकार इन स्वयं सहायता समूह को आधुनिक तकनीकों के माध्यम से विशेष ट्रेनिंग दिलाकर प्रमोट करती हैं तो वह दिन दूर नहीं होगा कि प्रदेश को बड़े उद्योगों से ज्यादा इन छोटे उद्यमियों से अधिक जीडीपी प्राप्त हो सकती है।