शिमला (एमबीएम न्यूज): प्रदेश में 1120 पटवारी उम्मीदवारों के चयन को लेकर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सरकार की अनुमति मिलने के बाद तमाम जिलों के राजस्व अधिकारियों को आरक्षण रोस्टर तैयार करने को कहा गया है। इसके बाद विज्ञापन प्रकाशित होगा। चयनित उम्मीदवारों को डेढ़ साल का प्रशिक्षण मिलेगा। प्रशिक्षण लेने के बाद उम्मीदवारों की 9 परीक्षाएं होंगी। इसमें उत्तीर्ण होने वाले ही राजस्व महकमे के पटवारी बन पाएंगे। तमाम जिलों से निदेशक (लैंड रिकॉर्ड) के कार्यालय में आरक्षण रोस्टर पहुंचने के बाद ही अगली कार्रवाई शुरू होगी।
चूंकि पटवारी का कैडर जिला स्तर का रहता है, लिहाजा संबंधित जिला के उपायुक्त ही पटवारियों को नियुक्ति देंगे। यह चयन प्रक्रिया अन्य पदों से अलग है, इसी कारण अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड द्वारा पटवारियों की नियुक्ति नहीं की जाती है। टे्रनिंग के दौरान चयनित उम्मीदवारों को तीन हजार रुपए प्रतिमाह स्टाइफन भी मिलेगा। सरकार ने यह भी फैसला लिया है कि पटवारियों के पद रिक्त होने की सूरत में उपायुक्त अपने स्तर पर सेवानिवृत पटवारियों व कानूनगो की अस्थाई नियुक्तियां कर सकते हैं। बशर्ते सेवानिवृत पटवारी व कानूनगो की अधिकतम आयु 65 वर्ष से अधिक न हो। इसके लिए पटवारियों को 7810 रुपए व कानूनगो को 10 हजार रुपए प्रतिमाह दिए जाएंगे।
इसी बीच निदेशक (लैंड रिकॉर्ड) डीएस नेगी ने कहा कि 1120 उम्मीदवारों का चयन ट्रेनिंग के लिए करने की अनुमति सरकार द्वारा दी गई है। उन्होंने कहा कि ट्रेनिंग के बाद नौ विषयों की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद ही स्थाई नियुक्ति मिलेगी।
किस जिला में कितनों का होगा चयन?
बिलासपुर, चंबा व हमीरपुर में क्रमश: 60, 75 व 67 उम्मीदवार चुने जाएंगे। इसी तरह कांगड़ा, किन्नौर व कुल्लू में संख्या क्रमश: 204, 15 व 54 होगी। वहीं लाहौल-स्पीति, मंडी व शिमला में क्रमश: 36, 168 व 220 पटवारी ट्रेनिंग उम्मीदवारों का चयन होगा। उधर सिरमौर, सोलन व ऊना में क्रमश: 75, 76 व 70 का चयन होगा। इस प्रक्रिया के लिए हालांकि शर्ते व शैक्षणिक योग्यता की स्थिति विज्ञापन में ही स्पष्ट होगी, लेकिन पता चला है कि जमा दो की परीक्षा न्यूनतम योग्यता होगी। अधिकतम आयु 45 वर्ष होगी। आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए अलग शर्तें होंगी।