शिमला (एमबीएम न्यूज़) : किन्नौर जिले की शौंगठोंग कड़छम जलविद्युत परियोजना में हड़ताली मजदूरों के समर्थन में सीटू कार्यकर्ताओं ने अपना आंदोलन तेज कर दिया है। सीटू ने गुरूवार को लगातार चौथे दिन शिमला में मुख्यमंत्री कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया व सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान करीब दो दर्जन सीटू कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारियां दी। सीटू नेताओं ने आरोप लगाया कि परियोजना में मजदूरों का शोषण हो रहा है जबकि सरकार खामोश है।
सीटू नेताओं ने ऐलान किया है कि गिरफ्तारियों का क्रम जारी रहेगा और वे 29 अप्रैल तक गिरफतारियां देंगे। सीटू ने प्रदेश सरकार को चेताया है कि वह शोंगटोंग प्रोजेक्ट में श्रम कानूनों को लागू करें तथा धारा 144 को हटाए अन्यथा आंदोलन और तेज होगा।
माकपा नेता राकेश सिंघा ने कहा है कि बिजली परियोजनाओं में सरेआम श्रम कानूनों की धज्जियों उड़ाई जा रही है और श्रम विभाग की लचर कार्यप्रणाली पर प्रदेश सरकार मौन है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि किन्नौर के विधायक व किन्नौर जिला प्रशासन भी आंखे मूंद कर बैठा हुआ है, उल्टा मजदूरों का साथ देने के बजाय मजदूरों के आंदोलन को दबाने के लिए धारा 144 लगा दी गई है। हर रोज सैंकड़ों मजदूरों को गिरफ्तार करके सलाखों में डाला जा रहा है।
सिंघा ने कहा कि आंदोलन को दबाने के लिए सरकार की ओर से हर संभव प्रयास किया जा रहा है, लेकिन सीटू मजदूरो के साथ खड़ी है और इसके खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ेगी। फिर चाहे जो भी अंजाम हो।