दूरदराज के गांवों से अपनी फरियाद लेकर उपायुक्त कार्यालय आकर उपायुक्त के सामने अपनी समस्या रखने वालों को त्वरित व समयबद्ध समाधान मिले इसकों लेकर उपायुक्त विकास लाबरू ने एक नई व्यवस्था शुरू की है। नई व्यवस्था के तहत प्रार्थना पत्र को न केवल विशेष तौर पर स्थापित काउंटर पर दर्ज किया जाएगा बल्कि उसी समय आवेदनकर्ता को कम्पयूटर द्वारा तैयार रसीद भी जारी की जाएगी। अभी दस दिन पूर्व ही शुरू हुई इस व्यवस्व्था की खासियत यह है कि जहां प्रार्थना पत्र पर इस बात का पूरा ब्योरा होगा कि प्रार्थना पत्र कब दियाए उपायुक्त ने किस अधिकारी को अग्रिम कार्यवाही के लिए निर्देशित किया और कितने दिन में कार्यवाही पूरी करने के लिए कहा है। इस ब्योरे में आवेदक अथवा उसके किसी परिजन का मोबाइल नंबर भी अंकित रहता है ताकि आवेदक से भी यह जाना जा सके कि उसकी समस्या का समाधान हुआ या नहीं। उपायुक्त विकास लाबरू ने बताया कि उनका यह प्रयास है कि अपना पैसा व वक्त खर्च करके जो व्यक्ति अपनी समस्या को लेकर उनके पास आए उसे व्यवस्थित तरीके से निपटाया जाए। वहीं आवेदन कर्ता को भी पता रहे कि उसकी समस्या के समाधान को लेकर चल रही प्रक्रिया कहां पहुंची है। उपायुक्त ने बताया कि तय अवधि तक यदि किसी समस्या का समाधान न हो तो कंपयूटर आधारित सिस्टम इसकी जानकारी उन्हें तुरन्त दे देता है। उन्होंनें कहा कि यह व्यवस्था अभी शुरू ही हुई है। आने वाले दिनों में इसमें कुछ ओर चीजें भी जोड़ी जा सकती हैं।
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