मंडी, 14 मई : प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम प्रदेश के युवाओं को प्रशिक्षण देने और उन्हें रोजगार के सुनहरे अवसर प्रदान करने के लिए कार्य कर रहा है। जिसके तहत बीते चार वर्षों में हिमाचल प्रदेश में 50 हजार 400 के करीब युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कुशलता का प्रशिक्षण व प्रमाणपत्र देने के साथ रोजगार के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।
यह जानकारी शनिवार को हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम के प्रदेश संयोजक नवीन शर्मा ने मंडी में आयोजित एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए दी। उन्होंने बताया कि केंद्र के दिशा निर्देशों के अनुरूप प्रदेश में जरूरतमंद बच्चों को निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसके तहत प्रदेश में बीते चार वर्षों में 33 हजार से ज्यादा प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं और लगभग 15 हजार से ज्यादा मौजूदा समय में विभिन्न शिक्षण संस्थानों से निःशुल्क प्रशिक्षण ले रहे हैं।
उन्होंने बताया कि 56 आईटीआई में शार्ट टर्म ट्रेनिंग व 50 आईटीआई में अपग्रेडेशन के लिए 149 करोड़ रूपए खर्च किए जा रहे हैं। कोर्स चलाए जा रहे हैं। वहीं 46 से ज्यादा कालेजों में कौशल विकास निगम के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रमों में 61 करोड़ की राशि खर्च की जा रही है।
वहीं नवीन शर्मा ने बताया कि कौशल विकास निगम युवाओं को प्रशिक्षण देने के साथ-साथ भवन निर्माण में भी अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में एडीबी और अन्य के माध्यम से पर्यटन और आईटी के सेक्टर में कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश कौशल निगम ने प्रदेश में 10 मॉडल करियर सेंटर, 7 रूरल लाइवलीहुड सेंटर और 8 सिटी लाइवलीहुड सेंटर भी बनाए जा रहे हैं जिनमें कुछ बन चुके हैं और कुछ का कार्य प्रगति पर चला हुआ है।
उन्होंने बताया कि इसके निर्माण से प्रदेश के युवाओं को एक स्थान पर ही कई प्रकार की सुविधा मुहैया होगी। पत्रकार वार्ता के दौरान हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम के जिला संयोजक शिवेंदू चौहान, यंग प्रोफेशनल विप्लव ठाकुर और महात्मा गांधी नेशनल फेलो सतविंदर सिंह भी मौजूद रहे।