नाहन, 5 मई: हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वीरवार को हरिपुरधार की जनसभा में ये स्वीकार किया है कि वो सिरमौर वालों के ‘ठाकुर मामा’ हैं। इससे मुख्यमंत्री ने विरोधियों पर स्मार्ट पलटवार भी किया है।
चंद सप्ताह पहले राजधानी में ओल्ड पेंशन की बहाली को लेकर ‘जोईया मामा’ के नारे ने सियासत में खूब ठहाके लगाए। आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने तो इस पर एक रोचक अंदाज में ऑडियो गीत भी लॉन्च कर दिया।
वीरवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jai Ram Thakur) उसी इलाके में पहुंचे थे, जहां के भान्जों ने इस नारे को लॉन्च किया था। दिलचस्प बात ये रही कि मुख्यमंत्री भी हरिपुरधार मेले में खूब मजाकिया अंदाज में नजर आए। फर्क केवल ये था कि मुख्यमंत्री ने खुद को ‘ठाकुर मामा’ कहकर संबोधित किया। ‘जोईया’ शब्द हट गया था।
हालांकि, ट्रांसगिरि के जिस हलाहं स्कूल से शिक्षकों ने जोईया मामा के नारे को ईजाद किया था, वो क्षेत्र शिलाई विधानसभा का हिस्सा है। वहीं मुख्यमंत्री श्री रेणुका जी विधानसभा क्षेत्र के हरिपुरधार में संबोधन कर रहे थे।
संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी संस्कृति को नहीं भूलना चाहिए। ये हर्ष की बात है कि सिरमौर वालों ने अपनी संस्कृति को कायम रखा हुआ है। मुझे ‘ठाकुर मामा’ कहा गया तो मैं आपके बीच में उपस्थित हूं। मुख्यमंत्री ने मुस्कुराते हुए कहा कि कांग्रेसी मित्र इस कारण अधिक हताश हैं, क्योंकि इस मामा ने कुछ करने के लिए ही नहीं छोड़ा है।
सीएम ने ये भी कहा कि पहाड़ पर हर कोई नहीं चढ़ सकता, केवल मामा-भांजे ही चढ़ सकते हैं। मुख्यमंत्री स्वयं को ‘ठाकुर मामा’ कहे जाने पर काफी खुश नजर आए। उन्होंने सिरमौरी अंदाज में ये भी कहा कि मामा अपने भांजों के घर आया है तो वो भी खुश होंगे। मुख्यमंत्री की इस टिप्पणी पर पंडाल में मौजूद लोगों ने जमकर तालियां बजाई। सीएम ने कहा कि गरीब जयराम मामा के कार्यकाल में कई दुष्वारियां आई, लेकिन वो इनसे निपटने में सफल रहे।
कोविड की वजह से दो साल तक मामा व भांजों को घर में ही रहने को मजबूर होना पड़ा था। लेकिन मामा-भांजों ने इस महामारी का सामना मिलकर किया, प्रदेश को इससे उबरने में भी सफलता दी।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने हाटी समुदाय पर बनाए गए एक गीत पर जमकर नाटी भी डाली। सिरमौर के तमाम नेता भी नाटी डालते नजर आए। दरअसल इसी गाने के दौरान ही पहाड़ी लोक गायक ने मुख्यमंत्री को ठाकुर मामा कहकर संबोधित किया। इस पर मुख्यमंत्री नाराज नहीं हुए, बल्कि इन शब्दों को अपने अधिकांश भाषण में शामिल कर लिया।
सीएम ने ये भी कहा कि अपने भांजे-भांजियों के लिए मामा इस बार 80 करोड़ की सौगात लेकर आया है। अगली बार मामा आएगा तो फिर सौगातें आएंगी।