नाहन, 23 अप्रैल : “कहते हैं, शिक्षक वो कलाकार है, जो मिट्टी को आकार दे सकता है, यह वो कलाकार है, जो हर बच्चे का सपना साकार कर सकता है। “अमूमन सरकारी क्षेत्र में शिक्षा की गुणवत्ता व शिक्षकों की कार्यप्रणाली पर प्रश्न उठते हैं। वहीं हिमाचल के सरकारी स्कूलों में युवा शिक्षक नए आयाम स्थापित कर रहे हैं। युवा शिक्षक न केवल बेहतर शिक्षण कर रहे हैं, बल्कि विद्यार्थियों में छिपी प्रतिभा व हुनर को भी तराश रहे हैं।
ऐसा ही कुछ करने के लिए हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला के पच्छाद उपमंडल के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मेहंदोबाग में एसएमसी (SMC Teacher) पर बतौर कला अध्यापक (Art Teacher) कार्यरत अनिल करने के लिए प्रयासरत हैं। प्रतिभा (Talent) के धनी अनिल कुमार की पेंटिंग्स काफी सराहनीय हैं। 2015 से अनिल ने विद्यालय में बच्चों को कला की शिक्षा देनी शुरू की। हालांकि अनिल खुद बहुत अच्छी चित्रकारी करते हैं, लेकिन अपने स्टूडेंट्स (Students) को बेहतर कलाकार बनाना उनका मकसद है।
विद्यार्थियों को पहले चित्रकारी में परिपक्व व आत्मनिर्भर बनाने के लिए छुट्टियों में भी छात्रों को घर पर पेंटिंग्स (Painting) की बारीकियां सिखाते हैं। यही नहीं, बेहतरीन पेंटिंग्स की प्रदर्शनी लगाकर अर्जित होने वाली राशि को उन्ही बच्चों में ही बांट देते हैं, जिन्होंने वो पेंटिंग बनाई हो। ताकि उनका मनोबल व उत्साह बढ़े।
पच्छाद उपमंडल के वासनी गांव से संबंध रखने वाले अनिल कुमार ने बताया कि आर्ट एंड क्राफ्ट (Art & Craft) में उन्होंने सोलन से दो साल का डिप्लोमा (Diploma) किया है। साथ थी सोलन कॉलेज से फाइन आर्ट्स (Fine Arts) की पढ़ाई भी की है। इसके पश्चात मेहंदोबाग में बीते 7 साल से बतौर एसएमसी शिक्षक पर सेवाएं दे रहे हैं। अनिल ने एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क को बताया कि 2018 में उन्होंने बच्चों के चित्रों की प्रदर्शनी लगाई थी, जोकि हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूल में शायद पहली प्रदर्शनी होगी। इसके बाद 25 जनवरी 2019 को फिर से चित्रकला प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें लगे चित्रों को नाहन के डाइट संस्थान ने खरीदा था। 2021 में SFDA हाल नाहन में विद्यार्थियों के चित्रों की प्रदर्शनी लगाई गई।
कला अध्यापक अनिल के प्रयासों से 2018 में स्कूल की एक छात्रा का चयन SJVN राज्य स्तरीय पेंटिंग प्रतियोगिता के लिए हुआ। इसके पश्चात् 2019 में फिर से SJVN राज्य स्तरीय पेंटिंग प्रतियोगिता में विद्यालय के 4 विद्यार्थियों का चयन हुआ। जिसमें एक छात्रा साक्षी शर्मा टॉप-10 में रही।एमबीएम न्यूज़ से बातचीत में अनिल ने ये भी बताया कि चित्रकारी का शौक हमेशा से रहा है। इसी जुनून के चलते पहले “आर्ट एंड क्राफ्ट” में डिप्लोमा किया। बाद में आर्ट्स की पढाई की। प्रकृति से उनका गहरा जुड़ाव है, लिहाजा वो अपनी पेंटिंग्स में नेचर को तवज्जों देते हैं। बच्चों को न केवल शिक्षा दे रहे हैं, बल्कि उनका मनोबल (Morale) बढ़ाने के लिए भी प्रयासरत हैं। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों (Students Painting) की पेंटिंग की प्रदर्शनी लगाकर बेचा जाता है। उससे मिलने वाली राशि विद्यार्थियों को दी जाती है। शिक्षक का कहना है कि कई छात्रों ने एक ही प्रदर्शनी में 3000 हजार रुपये कमाए, इससे पहचान भी हासिल हुई।
विद्यार्थियों की काबिलियत को पहचान दिलाने के लिए अनिल कुमार की बेहतरीन सोच की सराहना करते हुए डाइट (DIET) नाहन द्वारा उन्हें जिला स्तरीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। विद्यालय के प्रधानाचार्य ललित कुमार शर्मा ने कला अध्यापक के प्रयास और विद्यालय के प्रति समर्पण पर अनिल कुमार की प्रशंसा की तथा शुभकामनाएं दी।