नाहन, 15 अप्रैल : काश! नाहन वालों के लिए बार-बार हिमाचल दिवस आए, यह बात ऐतिहासिक चौहान मैदान के पास से गुजरने वाले हर शख्स के जहन में कौंध रही होगी। इस इलाके में राहगीरों के लिए पैदल चलना तक मुश्किल हो जाता है, लेकिन चौगान मैदान में हिमाचल दिवस का जिला स्तरीय कार्यक्रम होने की वजह से ट्रैफिक पुलिस सुबह से ही सक्रिय थी।
सवाल यह है कि सड़कों के दोनों तरफ होने वाली अवैध पार्किंग अचानक क्यों नहीं हुई। इससे एक बात साफ तौर पर जाहिर होती है कि सड़कों के किनारे खड़े होने वाले वाहनों के लिए पार्किंग की तो व्यवस्था है, लेकिन सिस्टम में कहीं न कहीं कमी है। होटल सिटी हार्ट व पुलिस कंट्रोल रूम की लेन तो बिल्कुल ही साफ-सुथरी थी। मंत्री जी की एंट्री सी लेन से हुई, लिहाजा सड़क बिलकुल साफ थी। एसपी कार्यालय के समीप भी सड़क बिल्कुल क्लियर थी।
प्रश्न वहीं है कि पार्किंग के लिए कहीं न कहीं तो इन वाहनों को भेजा ही गया होगा। यह साबित करती है कि चौगान मैदान के आसपास अवैध पार्किंग को लेकर शिकंजा कसा जा सकता है, लेकिन ट्रैफिक पुलिस को सिंघम की भूमिका में आना होगा। शहर की पार्किंग व्यवस्था इस कारण परेशानी का सबब बन गई है, क्योंकि अब वाहन धारकों द्वारा सड़कों के दोनों तरफ पार्किंग शुरू कर दी गई है।
14 अप्रैल 2022 को स्थानीय विधायक डॉ राजीव बिंदल द्वारा बस स्टैंड में बहुमंजिला पार्किंग का लोकार्पण किया गया है। इस पार्किंग के निर्माण से बस स्टैंड के मुख्य गेट से रानीताल के बड़े गेट तक सड़क के दोनों तरफ होने वाली अवैध पार्किंग पर शिकंजा कसा जा सकता है। शहर की सड़क बेहद ही संकीर्ण है। बावजूद इसके बेतहाशा बसें इन तंग सड़कों पर इस पर दौड़ती हैं। शुक्र इस बात का है कि हादसे नहीं हो रहे हैं। करीब एक साल पहले पोस्ट ऑफिस के नजदीक एक शख्स ने अपनी जान गंवा दी थी।
इसके अलावा डाइट के समीप भी एक हादसा हुआ था। उम्मीद की जानी चाहिए कि शहर की खूबसूरती व पैदल चलने वालों की सुरक्षा के मद्देनजर जल्द ही 15 अप्रैल की तरह बाकी दिनों में भी ट्रैफिक पुलिस ऐसी ही व्यवस्था को लागू करें।
गौरतलब है कि दिल्ली गेट के समीप नगर परिषद की दो पार्किंग हैं, लेकिन पार्किंग फीस न चुकाने के चक्कर में मैदान के आसपास ही अवैध पार्किंग कर दी जाती है। अवैध पार्किंग करने वाले अक्सर यह सवाल पूछते हैं कि कहां पार्किंग करें। ट्रैफिक पुलिस को इसका जवाब दिल्ली गेट पार्किंग का देना चाहिए। उधर एक आशंका यह भी जाहिर की जा रही है कि मंत्री जी की रवानगी के साथ थी दोबारा वही हाल हो जाएगा।