मंडी, 12 मार्च : आने वाली 28 और 29 मार्च को सीटू के बैनर तले विभिन्न ट्रेड यूनियनों द्वारा जिला मंडी में अपनी मांगों को लेकर हड़ताल की जाएगी। यह निर्णय शनिवार को विभिन्न संगठनों के सम्मेलन में लिया गया। मजदूर संगठनों का यह सम्मेलन मंडी शहर के ताराचंद भवन में संपन्न हुआ। अधिवेशन की अध्यक्षता सीटू के राज्य महासचिव प्रेम गौतम ने की।
वहीं इस मौके पर सीटू ज़िला प्रधान भूपेंद्र सिंह विशेष रूप से मौजूद रहे। सीटू के राज्य महासचिव प्रेम गौतम ने बताया कि आगामी 28-29 मार्च को दस केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर मज़दूर दो दिन की हड़ताल करने जा रहे हैं। इस मौके पर उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार पर मजदूर विरोधी नीतियां लागू करने का भी आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में केंद्र और राज्य सरकार लगातार मज़दूर विरोधी नीतियां लागू कर रही है और स्थायी रूप के रोज़गार ख़त्म करके अब ऑउटसोर्स और फिक्स्ड टर्म वाले रोज़गार दिए जा रहे हैं। वहीं इस मौके पर भूपेंद्र सिंह ने बताया कि हिमाचल सरकार मनरेगा मजदूरों के साथ भेदभाव कर रही है और उन्हें मात्र 203 रुपये दिहाड़ी दी जा रही है। जबकि अन्य मजदूरों को सरकार 350 रुपये दिहाड़ी दे रही है।
उन्होंने सरकार पर मनरेगा, बाल विकास और मिड डे मील योजना के लिए बजट में कटौती का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि 28 व 29 मार्च को आंगनवाड़ी, मिड डे मील, आशा, मनरेगा, सड़क निर्माण, सफ़ाई, आउटसोर्स, सीवरेज, रेहड़ी फहड़ी, बिजली मज़दूर यूनियनें अपनी-अपनी मांगों के लिए हड़ताल करेंगी। जिसके तहत मंडी, जोगिंदर नगर, सरकाघाट और बालीचौकी में प्रदर्शन किए जायेंगे।