नाहन, 6 फरवरी : चंद रोज पहले, परवाणु के समीप दो महिलाओं की लाश मिलने की वारदात ने 11 साल पहले एक अनसुलझी डबल मर्डर मिस्ट्री (Unsolverd Murder mystery) को भी याद दिला दिया है। नाहन-पांवटा साहिब मार्ग पर ढिमकी मंदिर के नजदीक दो सूटकेसों (Two Suitcases) में 32 वर्षीय महिला व 9 साल की बच्ची के शव बरामद हुए थे। इस अनसुलझे रहस्य में ये तक नहीं पता चल पाया था कि महिला व बच्ची के बीच क्या रिश्ता था।
मारकंडा नदी के किनारे 16-17 मार्च 2011 की शाम 32 इंच के सूटकेस में पहले एक शव बरामद हुआ। अगले दिन सुबह एक अन्य सूटकेस में दूसरा शव बरामद किया गया था। परवाणु डबल मर्डर मिस्ट्री (Parwanoo Double Murder Mystery) में एक राहत की खबर ये आई है कि शवों की पहचान रविवार को हो गई हैै, लिहाजा उम्मीद की जाने लगी है कि पुलिस गुनहगारों (criminals) के गिरेबान तक पहुंच जाएगी।
मारकंडा नदी के किनारे महिला व बच्ची के शव बरामद होने के बाद समूचे इलाके में दहशत फैल गई थी। एक शव को ऊंचाई से फैंके जाने के कारण एक सूटकेस खुल भी गया था। बता दें कि करीब 9 वर्षीय बच्ची का शव पहले बरामद किया गया था। पुलिस को दोनों हत्याओं (Double Murder) का मामला एक जैसा ही प्रतीत हुआ था। ये भी साफ जाहिर हुआ था कि दोनों की हत्या कहीं और करने के बाद शवों को यहां फैंक दिया गया था।
शवों की शिनाख्त (identification of dead bodies) न होने की वजह से इन लाशों को लावारिस ()Unclaimed) मान कर अंतिम संस्कार कर दिया गया था। उल्लेखनीय है कि 11 साल पहले देश के कई हिस्सों में सूटकेस में शवों के मिलने की घटनाएं सामने आई थी। संभवतः इस जघन्य अपराध का माॅडस ऑपरेंडी (modus operandi) भी वहीं से लिया गया होगा।
कुल मिलाकर, ऐसा भी होता रहा है जब लंबे अरसे बाद इंसाफ मिलता है। लिहाजा, उम्मीद की जानी चाहिए कि महिला व बच्ची की आत्माओं (Souls) को भी इंसाफ मिलने के बाद शांति नसीब होगी।