शिमला, 22 जनवरी : इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में नेत्र रोग विभाग के अध्यक्ष और प्रदेश के प्रथम नेत्र बैंक के संस्थापक प्रभारी डॉ. रामलाल शर्मा उमंग फाउंडेशन के मानवाधिकार जागरूकता अभियान के अंतर्गत 23 जनवरी को “नेत्रदान का अधिकार एवं व्यावहारिक पक्ष” विषय पर वर्चुअल माध्यम से व्याख्यान देंगे। दिलचस्प बात यह है कि वेबिनार के संचालन का काम हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की पीएचडी की चार दृष्टिबाधित छात्राएं संभालेंगी।
उमंग फाउंडेशन की ब्रांड एंबेसडर, प्रसिद्ध गायिका और दृष्टिबाधित पीएचडी स्कॉलर मुस्कान नेगी ने बताया कि डॉ. रामलाल शर्मा देश के जाने-माने नेत्र रोग विशेषज्ञ हैं, और उनके नेतृत्व में शिमला के नेत्र बैंक द्वारा 275 से अधिक कॉर्निया प्रत्यारोपित किए जा चुके हैं।
मुस्कान नेगी ने कहा कि हर रविवार शाम 7 से 8 बजे के मध्य गूगल मीट पर मानवाधिकारों पर होने वाले इस अनूठे वेबीनार में हिमाचल प्रदेश एवं अन्य राज्यों के युवा हिस्सा लेते हैं। इस श्रृंखला के 19वें कार्यक्रम में गूगल मीट के लिंक: http://meet.google.com/rpm-fnij-mfp के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल किया जा सकता है। यह “उमंग फाउंडेशन शिमला” के फेसबुक पेज पर भी लाइव रहेगा।
उन्होंने बताया कि पिछले 18 कार्यक्रमों में मानवाधिकार से जुड़े विभिन्न विषयों पर अत्यंत प्रतिष्ठित विशेषज्ञों के व्याख्यान हुए हैं। इन विषयों में अंगदान का अधिकार, महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के अधिकार, बेसहारा मनोरोगियों एवं दिव्यांगजनों के अधिकार, ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के अधिकार, रोगियों के अधिकार, प्रजनन स्वास्थ्य एवं मासिक धर्म संबंधी स्वच्छता का अधिकार, सूचना का अधिकार, निजी शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों के अधिकार, नशे से मानवाधिकारों का उल्लंघन और मानवाधिकार संरक्षण में विधिक सेवा प्राधिकरण की भूमिका आदि प्रमुख हैं।