शिमला, 06 जनवरी : पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रास्ता रोकने के मामले में कांग्रेस के युवा विधायक व पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने पडोसी राज्य में अपनी ही पार्टी की सरकार पर सवालिया निशान खड़े किए है। विधायक ने पंजाब सरकार को घेरा है। विक्रमादित्य सिंह ने इस पर जांच करने की मांग के साथ ही अफसरों पर भी कार्रवाई करने का सुझाव दिया है।
“उन्होंने कहा कि वैसे तो पंजाब सरकार पर टिप्पणी करना हमारे कार्य अधिकार से अलग है। मगर पिछले कल जो घटनाक्रम वहाँ पर हुआ हैं, वो चिंताजनक है। देश के प्रधानमंत्री वह चाहे किसी भी राजनीतिक दल से क्यों न हो। हम भी उनकी और उनके दल की राजनीतिक सोच से बिल्कुल भी इत्तेफ़ाक़ नहीं रखते। लेकिन सुरक्षा में इस तरीके का लैप्स हैरान करने वाला है, जिसकी पंजाब सरकार को तुरंत जांच करवानी चाहिए और जिन अधिकारियों की कमी पाई गई है, उन पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
SPG प्रधानमंत्री के अंदर के सुरक्षा घेरे का ख्याल रखता है और जिस भी राज्य या देश में वह जाते हैं। बाहर का सुरक्षा घेरा उस राज्य और देश की सुरक्षा एजेंसियों द्वारा दिया जाता है। जो तर्क दिया गया है कि प्रधानमंत्री का हेलीकॉप्टर से सभा स्थल तक पहुँचने का कार्यक्रम था। इसलिए यातायात का इंतज़ाम पूर्ण रूप से नहीं किया गया था, ठीक नहीं है। क्योंकि हम जानते हैं जब इस स्तर के VVIP का कार्यक्रम होता है तो ऑल्टरनेट रूट भी तत्कालीन परिस्थिति में निष्क्रमण के लिए रखे जाते हैं। ताकि किसी भी परिस्थिति में उन्हें वहां से सुरक्षित बाहर निकाला जा सके।
कांग्रेस शासित राज्य होने के चलते प्रशासन को इस बात का और ध्यान रखना चाहिए था कि कोई भी चूक प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में न हों, ताकि राजनीतिक दृष्टि से कोई उंगली न उठा सके। अब चूक हुई है तो कार्रवाई भी निश्चित तौर से होनी चाहिए। इस घटनाक्रम को राजनीतिक दृष्टिकोण से देखने की कोई आवश्यकता नहीं है।