राजगढ़ 03 जनवरी : मंजिले उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है। पंखों से कुछ नहीं होता, हौंसलों से उड़ान होती है। यह पंक्तियां राजगढ़ की तमन्ना चौहान पर खरी उतरती हैं। तमन्ना ने राष्ट्रीय स्तर की नोरसेट प्रतियोगिता में उत्कृष्ट स्थान हासिल करके राजगढ़ क्षेत्र का नाम रोशन किया है। इसी प्रकार बीते माह दिसंबर 2021 को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में तमन्ना का चयन नर्सिंग टयूटर के पद पर हुआ है।
तमन्ना राजगढ़ से पहली युवती है, जिसने देश के प्रतिष्ठित एम्स संस्थान में दस्तक दी है। सबसे अहम बात यह है कि तमन्ना द्वारा अपनी जुड़वां बेटी के पालन-पोषण के साथ-साथ अपने भविष्य को देखते हुए प्रतियोगितात्मक परिक्षाओं के लिए पढ़ाई जारी रखी गई। एम्स में चयन होने पर तमन्ना के परिवार में खुशी का माहौल है और बधाईयां देने वालों का तांता लग रहा है।
पारिवारिक सूत्रों के अनुसार तमन्ना चौहान बचपन से ही पढ़ाई में बहुत होनहार छात्रा रही है। इनके द्वारा वर्ष 2010 में दस जमा दो की परीक्षा वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल राजगढ़ से उतीर्ण की। तदोपरांत 2014 में मुरारीलाल मेमोरियल नर्सिंग काॅलेज सोलन से बीएससी नर्सिंग और 2018 में अकाल नर्सिंग काॅलेज बड़ूसाहिब से एमएससी (नर्सिंग) की डिग्री हासिल की। वर्तमान में तमन्ना मुरारीलाल मेमोरियल नर्सिंग कॉलेज सोलन में बतौर सहायक प्रोफेसर कार्यरत है।
तमन्ना चौहान की पृष्ठभूमि एक शिक्षित परिवार से है। इनके पिता एक सफल शिक्षक है। इनके पिता ससुर हाल ही में जल शक्ति विभाग से जेई के पद से सेवानिवृत हुए हैं। सास मीरा चौहान नगर पंचायत की पूर्व अध्यक्षा के पद पर आसीन रही है। तमन्ना अपनी सफलता का श्रेय अपने माता -पिता तथा ससुराल पक्ष को दिया है, जिनके आशीर्वाद से उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है। चिकित्सा क्षेत्र में पीड़िता मानवता की सेवा करने में अवसर प्राप्त होने पर तमन्ना इसको अपना सौभाग्य मानती है।