कुल्लू (एमबीएम न्यूज) : चंद्रखनी जोत चोटी पर फंसे इंजीनियरिंग कॉलेज के 8 छात्रों का शनिवार शाम तक भी कोई पता नहीं चल पाया। शुक्रवार शाम को लापता ट्रैकर्स के फुटप्रिंटस ट्रेस हो गए थे। लेकिन बर्फबारी शुरू हो जाने के कारण आज सुबह फुटप्रिंटस दोबारा नहीं मिल पाए। यह पता चला है कि 8 मार्च को तमाम छात्र अपने ही कॉलेज के एक छात्र भरत को गाइड बनाकर चंद्रखनी दर्रे की तरफ निकले थे, जिन्होंने अपने कॉलेज में भी ट्रेकिंग को लेकर कोई जानकारी नहीं दी थी।
बताया गया कि चंद्रखनी जोत के रास्ते पर फुटासोर में बचाव दल को फुटप्रिंटस मिल गए थे, लेकिन शाम हो जाने की वजह से बचाव दल भी आगे नहीं बढ़ सकता था। लापता छात्रों में हिमाचल के ठियोग का रहने वाला हितेंद्र शर्मा, अंबाला निवासी चेतन चोरी व सौरभ शर्मा, हिमाचल के हमीरपुर निवासी अनिल कुमार, उत्तर प्रदेश का रोहित, चंबा का अक्षय कुमार व पंजाब के गुरदासपुर का अंकुश कुमार शामिल हैं, जो पंजाब के संत लोंगोवॉल इंस्टीच्यूट के छात्र हैं। आठवां शख्स बीटेक अंतिम वर्ष का छात्र व गाइड भरत है। भरत का भाई भी बचाव दल में शामिल है।
उधर हालांकि छात्रों की तलाश में हैलीकॉप्टर को भी भेजा गया, लेकिन मौसम खराब होने केे कारण इससे भी कोई सफलता नहीं मिली। बताया गया कि चोटी पर ही बचाव दल की टीम कैंपिंग कर रही है, लेकिन अगर मौसम के हालात बिगड़ते रहे तो बचाव दल को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। उधर मनाली की एसडीएम ज्योति राणा ने माना कि लापता ट्रैकर्स के फुटप्रिंटस मिल गए थे। लेकिन मौसम खराब हो जाने के कारण शनिवार सुबह फुटप्रिंट दोबारा नहीं मिले। संभवत: भारी बर्फबारी के कारण दब गए।