शिमला (एमबीएम न्यूज़) : राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के जवाब पर असंतोष व्यक्त करते हुए भाजपा विधायकों ने आज विधानसभा से वाकआउट किया। मुख्यमंत्री के जवाब के बीच में ही भाजपा विधायक अपनी सीटों पर खड़े होकर नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चले गए। इस पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि उनके जवाब के मध्य में ही भाजपा द्वारा सदन से वाकआउट करना स्पष्ट रूप से संकेत देता है कि यह पूर्व नियोजित था और भाजपा सदस्य सच्चाई को सुनने के लिए तैयार नहीं थे।
वीरभद्र सिंह ने यह भी कहा कि भाजपा तो अपने नेता व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात भी नहीं सुन रहा है। जिन्होंने पिछले कल लोकसभा में विपक्ष से सदन की कार्यवाही में सहयोग देने की अपील की थी।
सिंह ने कहा कि हिमाचल में विपक्ष के तीन साल सदन से बाहर जाने में ही बीत गए हैं। उन्होंने यह कहने से कोई गुरेज नहीं किया कि भाजपा के विधायक अपने भत्ते लेने के भी हकदार नहीं हैं, क्योंकि ज्यादातर समय वह सदन के बाहर ही बिताना पसंद करते हैं।
दूसरी तरफ विपक्ष के नेता प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि उन द्वारा उठाए गए सवालों को मुख्यमंत्री की तरफ से ठीक जवाब नहीं आया है। इस कारण हमने सदन से वाकआउट किया।
इस बीच राज्यपाल के अभिभाषण पर हुई चर्चा के जवाब में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि वर्ष 2012-13 में प्रदेश का सालाना योजना आकार रूपये 3700 करोड़ था जो कि वर्ष 2013-14 में रूपये 4100 करोड़ पहुंचा तथा वर्ष 2014-15 में रूपये 4400 करोड़, वर्ष 2015-16 में रूपये 4800 करोड़ तथा वर्ष 2016-17 के लिए यह आकार रूपये 5400 करोड़ प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि सरकार ने चुनाव के दौरान किए गए अधिकतर वायदे पूरे कर लिए हैं।