शिमला, 08 अक्टूबर : हिमाचल प्रदेश में 3 माह 25 दिन बाद मानसून की विदाई हुई है। राज्य में इस वर्ष मानसून ने समय से पहले 13 जून को दस्तक दी थी और 14 दिन देरी से मानसून राज्य में विदा हुआ। राज्य में मानसून की विदाई की सामान्य तिथि 25 सितम्बर को रहती है। पिछले वर्ष मानसून सामान्य से 27 फीसदी कम बरसकर 30 सितम्बर को विदा हुआ था।
मौसम विभाग ने शुक्रवार को पूरे प्रदेश से मानसून की विदाई की आधिकारिक घोषणा की है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मुताबिक हिमाचल में मानसून सीजन में सामान्य से 10 फीसदी कम बारिश हुई है। मानसून सीजन के दौरान राज्य में 692 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि सामान्य बारिश 763 मिमी रहती है। पूरे प्रदेश में चार जिलों कुल्लू, मंडी, शिमला और बिलासपुर में मानसून की सामान्य से अधिक बरसात हुई। जबकि आठ जिलों में मानसून सामान्य से कम बरसा।
जून माह में मानसून की सामान्य से 16 फीसदी कम बारिश हुई। हालांकि जुलाई में मानसून ने रफतार पकड़ी और सामान्य से छह फीसदी अधिक बारिश हुई। अगस्त माह में मानसून काफी मंद रहा और सामान्य से 44 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई। जबकि सितम्बर माह में मानसून सामान्य से 34 फीसदी ज्यादा बरसा। राज्य में 24 घंटों में बारिश के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो 12 जुलाई को कांगड़ा जिला के शाहपुर में सर्वाधिक 264 मिमी बारिश दर्ज की गई।
गौर हो कि मानसून ने इस वर्ष राज्य में भारी तबाही मचाई है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक पूरे मानसून सीजन में राज्य में मानसून के दौरान चल एवं अचल संपति को 1161 करोड़ का नुकसान पहुंचा है। मानसून के दौरान राज्य में विभिन्न हादसों में 481 लोगों की मौत हुई, जबकि 627 लोग घायल और 13 लापता हुए। इसके अलावा 794 पशु-पक्षियों की भी जान गई। किन्नौर जिला के निगुलसराय में नेशनल हाईवे पर एक एचआरटीसी बस सहित कई वाहन भूस्खलन की चपेट में आ गए थे।
इस घटना में 27 लोगों की दर्दनाक मौत हुई थी। इसके अलावा लाहौल-स्पीति, कांगड़ा और कुल्लू जिलों में भी भूस्खलन, बाढ़ व बादल फटने की घटनाओं में जान-माल का भारी नुकसान हुआ।
इस वर्ष मानसून सीजन में जिला बार बारिश की बात करें, तो पूरे मानसून सीजन के दौरान कुल्लू जिला में 707 फीसदी बारिश दर्ज गई जो सामान्य से 40 फीसदी अधिक है। मंडी जिला में सामान्य से 11 फीसदी अधिक यानी 1174 मिमी, शिमला में सामान्य से नौ फीसदी अधिक यानी 698 मिमी, बिलासपुर में सामान्य से एक फीसदी अधिक यानी 881 मिमी बारिश रेकॉर्ड हुई है। चंबा जिला में सामान्य से 44 फीसदी (588 मिमी) कम बारिश हुई।
इसी तरह हमीरपुर में सामान्य से तीन फीसदी कम (993 मिमी), कांगड़ा में सामान्य से आठ फीसदी कम (1467 मिमी), किन्नौर में सामान्य से छह फीसदी कम (235 मिमी), लाहौल-स्पीति में सामान्य से 69 फीसदी कम (122 मिमी), सिरमौर में सामान्य से 14 फीसदी कम (1161 मिमी), सोलन में सामान्य से 11 फीसदी कम (874 मिमी) और उना में सामान्य से 14 फीसदी कम (709 मिमी) बारिश दर्ज की गई है।