मंडी,07 अक्तूबर : पूर्व मंत्री और सदर से भाजपा विधायक अनिल शर्मा का कहना है कि अब भविष्य में पिता और पुत्र एक ही राजनीतिक दल में रहकर जनता की सेवा करेंगे। लेकिन इनका परिवार किस राजनीतिक दल में जाएगा इसका फैसला सदर विधानसभा क्षेत्र की जनता करेगी।
अपने निवास स्थान पर मीडिया कर्मियों से बातचीत में अनिल शर्मा ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनावों में आश्रय शर्मा ने जो निर्णय लिया था उस कारण न तो वे चुनावों में अपने बेटे का साथ दे पाए और न ही भाजपा के लिए काम कर पाए। लेकिन अब जल्द ही उपचुनावों के बाद या फिर विधानसभा चुनावों से पहले जनता के सहयोग से यह निर्णय ले लिया जाएगा कि अब दोनों ने किस दल में रहना है। जिस दल को हमारे परिवार की जरूरत होगी उसे जनता के आदेशानुसार समर्थन दिया जाएगा।
अनिल शर्मा ने कहा कि सीएम जयराम ठाकुर से उनकी मुलाकात हो चुकी है और सीएम ने उन्हें पार्टी के लिए काम करने को कहा है। लेकिन जो अनदेखी हुई है उससे वे आहत हैं। अनिल शर्मा ने कहा कि उन्होंने पार्टी को नहीं छोड़ा था बल्कि भाजपा ने खुद उनसे किनारा किया था। भाजपा ने उन्हें कार्यक्रमों में बुलाना बंद कर दिया और पट्टिकाओं से भी नाम हटा दिया। ऐसे में उन्हें जनता को अब यह जवाब देना होगा कि वे दोबारा भाजपा के लिए क्यों काम कर रहे हैं।
अनिल शर्मा ने कहा कि अमूमन उपचुनाव का परिणाम सत्ताधारी दल के पक्ष में ही आता है। केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकारें है लेकिन अब जनता सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों का आकलन करेगी। इस बात का परिणाम खुद जनता निकालेगी कि उन्होंने सत्तापक्ष के कार्यों पर मुहर लगानी है या फिर उनके विरूद्ध।