शिमला (एमबीएम न्यूज़): एसएफआई की ओर से जेएनयू, एबीवीपी, बीजेपी व आरएसएस के कार्यकर्ताओं के द्वारा देहरादून पार्टी कार्यालय में किए गए हमले के विरोध में शुक्रवार को डीसी ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन किया। राज्य कमेटी दिल्ली जेएनयू में हुए सारे घटनाक्रम की कड़े शब्दों में निंदा करती है और इस पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग करती है, ताकि पूरी सच्चाई जनता के समक्ष लाई जाए।
दूसरी ओर राज्य कमेटी एबीवीपी, बीजेपी व आरएसएस के लोगो द्वारा वामपंथियों के ऊपर लगाए जा रहे आरोपों को नकारती है। एसएफआई ने कहा कि ये सारा आरोप एबीवीपी द्वारा दलित छात्र रोहित वेमूला के हत्या से व केंद्र सरकार द्वारा लगातार लिए जा रहे छात्र विरोधी निर्णयों से देश की जनता व छात्र समुदाय का ध्यान भटकाने की कोशिश में लगाए जा रहे है व पूरे देश में झूठा प्रचार किया जा रहा है।
इसी मामले को आधार बनाकर पिछले कल देहरादून में एबीवीपी, बीजेपी व आरएसएस कार्यकर्ताओं द्वारा एसएफआई कार्यालय पर हमला किया है जोकि इनकी गुंडागर्दी को दिखाता है। इसका एसएफआई ने कड़ा विरोध किया है। एसएफआई के राज्याध्यक्ष विवेक राणा ने कहा कि एबीवीपी के भूतपूर्व नेता व वर्तमान में भाजपा अध्यक्ष सतपाल सती के उस ब्यान की भी निंदा की है, जिसमें उन्होंने जेएनयू मामले में सभी वामपंथी छात्र संगठनों को देश द्रोह कहा है।
उन्होंने कहा कि जेएनयू मामले की निष्पक्ष न्यायिक जांच की जाए व देहरादून कार्यालय में किए गए हमले में मौजूद लोगों को गिरफ्तार किया जाए।