सोलन (एमबीएम न्यूज़ ): शहर के शिल्ली रोड़ स्थित ओम भवन कालोनी में बीते गुरूवार को लगी आग कैसे भड़क उठी, सोलन प्रशासन अभी तक इसका पता नही लगा पाया है। लकड़ी और टीन से निर्मित इस वर्षों पुराने भवन में भडक़ी आग के असली कारणों का अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है।
भवन में आग किसी प्राकृतिक कारणों से सुलगी या फिर किसी साजिश के तहत इसे राख में तबदील किया गया है, इस पर भी अभी संशय बरकरार है। जबकि इस भवन में वर्षों से रहते आ रहे लोग संदेह व्यक्त कर चुके हैं कि भवन में आगजनी की घटना का कारण प्राकृतिक नहीं, बल्कि कोई साजिश है। बावजूद इसके सोलन पुलिस घटना के पांच दिन बीत जाने के बाद भी आग के असली कारणों का पता नहीं लगा पाई है।
उधर शिल्ली रोड़ पर बीते दिनों एक पुरानी कालोनी में भडक़ी आग में अपना सब कुछ खो चुके पीडि़त परिवारों को आज उपायुक्त सोलन मदन चौहान ने राहत सामग्री वितरित की। इस दौरान उन्होंने पीडि़त लोगों को विश्वास दिलाया कि उनके समुचित पुनर्वास के लिए सरकार व प्रशासन की तरफ से उचित कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने इस मौके पर मृतक युवती के परिवार को भी उचित सहायता का आश्वासन दिया।
गौर बीते गुरूवार की सुबह करीब ग्यारह बजे सोलन शहर के शिल्ली रोड़ स्थित ओम भवन कालोनी में अचानक आग की चिंगारी भडक़ गई थी। इस अग्रिकांड में कालोनी के एक कमरे में सोई 22 वर्षीय बीमार युवती मौना जिंदा ही जल गई थी। जबकि एक अन्य छह वर्षीय बच्ची भी आग की लपटों से बुरी तरह से घिर गई थी। हालांकि इस बच्ची को पुलिस, होमगार्ड, दमकल विभाग के कर्मचारियों ने स्थानीय लोगों की मदद से कालोनी में भडक़ी आग के सुरक्षित बाहर निकाल दिया था।
इस अग्रिकांड में जगन्नाथ, गीता देवी, विजय कुमार, नरेश और सुरेश का सारा सामान जल कर राख हो गया था। हालांकि प्रशासन की ओर से मृतक युवती 22 वर्षीय मौना की दादी गीता देवी को 15 हजार रूपए व अन्य पीडि़त परिवारों को 5-5 हजार रूपए की फौरी राहत प्रदान की गई थी।