नाहन, 18 अगस्त : शहर के कालीस्थान तालाब में चंद रोज से देश का राष्ट्रीय फूल कमल अपनी खूबसूरती की छटा बिखेर रहा है। गत वर्ष तालाब की सतह पर काई व अन्य गंदगी होने के कारण ऐसा नजारा नहीं था। नगर परिषद द्वारा बोट का इस्तेमाल कर इसकी सफाई की गई थी। हालांकि, पहले भी इस तालाब में कमल खिलते रहे हैं, लेकिन अबकी बार गैप के बाद कमल खिले हैं।
उल्लेखनीय है कि हिमाचल की सबसे बड़ी प्राकृतिक झील श्री रेणुका जी में भी हर साल कमल खिलते हैं। शहर को तालाबों व सैरगाहों का शहर भी माना जाता है। मगर अब तालाबों के नाम पर रानीताल, कालीस्थान व पक्का टैंक ही बचे हैं। वहीं कच्चा टैंक को 80 के दशक में बस स्टैंड में तब्दील कर दिया गया था। फिलहाल कालीस्थान तालाब में एक दर्जन के आसपास कमल खिले हुए हैं।
कमल खिलने से पहले पत्तल नुमा सतह कई दिन से नजर आ रही थी, लेकिन बुधवार को खिली धूप के बीच कमल के फूल काफी खूबसूरत नजर आ रहे थे। ये अलग बात है कि फूलों तक पहुंचना संभव नहीं है। गौरतलब है कि कालीस्थान तालाब की कुदरती खूबसूरती आज भी बरकरार है। नगर परिषद चाहे तो इसकी खूबसूरती में चार चांद लगाए जा सकते हैं। ये एक ऐसा तालाब है, जिसके किनारे पीपल, बरगद, जामुन के शतकों पुराने पेड़ मौजूद हैं।
हाल ही की बारिश के बाद तालाब के जलस्तर में भी बढ़ोतरी हुई है। तालाब के एक तरफ से बरसात का पानी सीधे ड़्रेन में चला जाता है। यदि ये बरसात का पानी भी तालाब में गिरता तो ये तालाब लबालब होता।