शिमला, 12 अगस्त : किन्नौर के निगुलसरी में भूस्खलन की भयानक घटना में मारे गए लोगों को गुरुवार को हिमाचल विधानसभा में श्रद्धांजलि दी गई। सदन ने दो मिनट का मौन रखकर ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान देने की कामना की। विधानसभा सदस्यों ने इस हादसे को दिल दहलाने वाला करार दिया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
प्रश्नकाल के बाद संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने एक विशेष वक्तव्य में हादसे का उल्लेख करते हुए सदन को अवगत करवाया कि इस घटना में 13 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं और राहत एवं बचाव कार्य युद्वस्तर पर चल रहा है। उन्होंने कहा कि ये हादसा बेहद ही भयावह है तथा मृतकों की तादाद और अधिक बढ़ने की आशंका है। उन्होंने कहा कि घटनास्थल से 13 लोगों को रेस्कयू किया गया है, इनमें दो की हालत गंभीर है, जबकि 11 अन्य आंशिक रूप से चोटिल हुए हैं।
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि राज्य सरकार ने बड़े पैमाने पर बचाव अभियान चलाया है। 10 एंबुलेंस और चार अर्थरिमूवल को मौके पर तैनात किया गया है। राहत एवं बचाव कार्य में आईटीबीपी, पुलिस एवं एनडीआरएफ के जवान जुटे हैं। इसके अलावा उत्तराखंड और हरियाणा से एक-एक हेलीकॉप्टर भी बचाव कार्य के लिए मांगा गया है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर और दोनों पक्षों के कई विधायक जायजा लेने घटनास्थल के लिए रवाना हुए हैं। संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि ये दुर्भाग्यूपर्ण है कि किन्नौर जिला में 16 दिन में पहाड़ दरकने की दूसरी घटना हुई है। इससे पहले जिले के सांगला क्षेत्र में भूस्खलन की भीषण घटना घटी थी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राज्यसभा सांसद जेपी नड्डा ने इस घड़ी में प्रदेश सरकार को हर संभव में मदद का भरोसा दिया है।
कांग्रेस की वरिष्ठ विधायक आशा कुमारी ने हादसे पर दुख जताते हुए हिमाचल सरकार को ऐसी घटनाओं से सबक लेने और इनके निराकरण के लिए गंभीरता से मंथन करने की स सलाह दी। आशा कुमारी ने कहा कि नेशनल हाईवे से सटे पहाड़ों पर भूस्खलन के कारण खंगाले जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तरफ से नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, विधायक विक्रमादित्य सिंह और नंद लाल घटनास्थल पर गए हैं, जबकि किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी पिछले कल ही मौके पर रवाना हो गए थे। उन्होंने कहा कि इस हादसे में राज्य के अलग-अलग जिलों के लोगों की मौतें हुई है। पड़ोसी राज्य पंजाब के कुछ लोग भी हादसे के शिकार हुए हैं।
माकपा विधायक राकेश सिंघा ने भूस्खलन से जानमाल के भारी नुकसान पर दुख जताया और कहा कि इस तरह के हादसों में अतिशीघ्र राहत एवं बचाव कार्य शुरू किए जाने चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि भूस्खलन नेशनल हाईवे पर हुआ, लेकिन एनएच के पास कोई यंत्र व मशीनरी नहीं थी, जो कि समय पर घटनास्थल पर पहुंच सके। राकेश सिंघा ने भूस्खलन की घटनाओं का पता लगाने के लिए भूस्खलन संभावित इलाकों का अध्ययन करने के लिए टीमें गठित करने का सरकार को सुझाव दिया।
विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने कहा कि किन्नौर का हादसा दिल को दहलाने वाला है। उन्होंने हादसे पर शोक जताया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना जताई।