हमीरपुर, 09 अगस्त : लगातार दो विधानसभा चुनाव हार चुके बड़सर के पूर्व विधायक व वर्तमान जिला भाजपा अध्यक्ष बलदेव शर्मा इंद्रजाल के बाद अब भाजपा के कुनबे के जाल में भी उलझते दिख रहे हैं। वर्तमान कांग्रेस विधायक इंद्रदत्त लखनपाल 2012 और 2017 का बड़सर सीट से विधानसभा चुनाव जीतकर अब 2022 की तैयारी में जुट चुके हैं। इससे उलट बड़सर में भाजपा दो से तीन और तीन से चार गुटों में बिखरती दिख रही है। ऐसे में दो बार हारे भाजपा के पूर्व विधायक बलदेव शर्मा की तीसरी बार टिकट लेने के मार्ग में भाजपा के ही कई अवरोधक लग चुके हैं।
बड़सर से संबंध रखने वाले प्रदेश भाजपा प्रवक्ता विनोद ठाकुर की गत पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों से बनी सक्रियता अब बड़सर के गांवों में भी दिखना शुरू हो गई है। बेशक भाजपा के अपने ही उनके खिलाफ कई आरोप लगा मनोबल तोड़ने की कोशिश में हैं लेकिन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से उनकी मित्रता व संघ परिवार का आशीर्वाद जगजाहिर है। टिकट के लिए विनोद ठाकुर भी प्रबल उम्मीदवार बनकर सामने आ रहे हैं।
दूसरी ओर बड़सर विधानसभा क्षेत्र से 2017 में अंतिम समय में भाजपा की टिकट से वंचित हुए राकेश शर्मा बबली लगातार शिखर की तरफ हैं। गत दिनों उन्हें प्रदेश कामगार बोर्ड का चेयरमैन बने सीएम जयराम ठाकुर ने बड़सर में उन्हें मजबूती प्रदान की है। वह प्रदेश भाजपा संगठन में किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से उनकी नजदीकियां 2022 के विधानसभा चुनावों में टिकट भी दिला सकती हैं।
पूर्व भाजपा अध्यक्ष बलदेव शर्मा को तीसरी बड़ी चुनौती बड़सर के ही गंभीर लेकिन जुझारू भाजपा नेता कमल नयन शर्मा से मिल रही है। कमल नयन कपाड बैंक के वर्तमान चेयरमैन होने के साथ साथ ढटवाल क्षेत्र के वोट बैंक पर भी अच्छी पकड़ रखते हैं। वैसे भी कमल नयन व राकेश बबली के बीच जबरदस्त तालमेल व समस्या है। अब देखना यह है कि 2022 में फिर से भाजपा इंद्रजाल में उलझकर चारों खाने चित्त होती है या फिर कोई नया करिश्मा सामने ला जीत के रथ पर सवार होती है।