शिमला, 28 जुलाई : हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग के रेड अलर्ट के बीच बीते 24 घंटों के दौरान राज्य में व्यापक पैमाने पर जान-माल का नुकसान हुआ है। लाहौल-स्पीति, कुल्लू और चंबा जिलों में भूस्खलन, बादल फटने व बाढ़ की घटनाओं में नौ लोगों की मौत हुई, वहीं सात लापता हैं। बारिश के कारण जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है।
बुधवार शाम तक भूस्खलन के कारण पूरे प्रदेश में 387 सड़कें बंद रहीं। इससे परिवहन व्यवस्था चरमरा गई। राज्य आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के अनुसार 10 जिलों में भूस्खलन के कारण कई सड़कों पर वाहनों का आवागमन ठप रहा। चंबा में 47, हमीरपुर में 8, किन्नौर में 6, कुल्लू में 70, लाहौल-स्पीति में 55, मंडी में 38, शिमला में 59, सिरमौर में 69, सोलन में 34 और उना में एक सड़क बाधित हुई है।
बिलासपुर और कांगड़ा जिला में कोई सड़क अवरूद्व नहीं हुई। इसके अलावा 345 बिजली ट्रांसफार्मर और आईपीएच की 175 स्कीमें भी बारिश से प्रभावित रहीं। मूसलाधार बारिश ने 40 घरों को नुकसान पहुंचाया है। इनमें नौ घर पूर्ण रूप से तबाह हो गए, जबकि 31 घरों को आंशिक क्षति हुई। इसके अतिरिक्त 5 पुलों को भी नुकसान पहुंचा है। लाहौल-स्पीति में चार और शिमला में एक पुल क्षतिग्रस्त हुआ। बारिश ने 32 गौशालाओं को भी नुकसान पहुंचाया है।
राज्य में इस मानसून सीजन में विभिन्न वर्षा जनित हादसों में 202 लोगों की मौत हो चुकी है। बरसात से संपत्ति को 50292.95 लाख रुपए का नुकसान आंका गया है।
मौसम विभाग के अनुसार बीते 24 घंटों के दौरान नालागढ़ में सर्वाधिक 106 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा धर्मशाला में 101, जतौन बैरेज व जोगेंद्रनगर में 93-93, रेणुका में 90, गोहर में 89, कसौली में 82, अंब में 79, जुब्बड़हट्टी में 75, कंडाघाट में 74, पांवटा साहिब व शिमला में 70-70, गग्गल में 67, नूरपुर में 60, नाहन में 58, धर्मपुर में 55, हमीरपुर में 54, तिंदर में 52, पालमपुर में 51, नैना देवी व बंजार में 49-49, बलद्वारा में 47, सोलन में 46, सियोबाग में 42, संगड़ाह में 40, रोहड़ू व देहरा गोपीपुर में 39-39, पच्छाद व उना में 38-38 और भुंतर में 37 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने पूर्वानुमान में कहा है कि मानसून की व्यापक बारिश का दौर अगले कुछ दिनों तक जारी रहने का अनुमान है। पहली अगस्त तक प्रदेश में जमकर बारिश हो सकती है। मैदानी एवं मध्य पर्वतीय इलाकों में 29 व 30 जुलाई को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन क्षेत्रों में 31 जुलाई और एक अगस्त को भारी बारिश का येलो अलर्ट रहेगा। तीन अगस्त तक समूचे प्रदेश में मौसम खराब रहेगा।