जिला ग्रामीण विकास अभिकरण कार्यालय परिसर में 20 लाख रुपये की लागत से नवनिर्मित बैठक कक्ष का उपायुक्त प्रियतु मण्डल ने उद्घाटन किया। इसके उपरान्त बैठक कक्ष में जिला की विभिन्न 89 पंचायतों के पंचायत प्रधानों के लिए आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ने बताया कि प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत जिला की चयनित 89 ग्राम पंचायतों के 125 गांवों को आदर्श ग्राम के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत प्रत्येक चयनित गांव के लिए 20 लाख की राशि केन्द्र एवं 2 लाख रुपये प्रदेश सरकार द्वारा व्यय किए जाएंगे। उपायुक्त ने बताया कि अभी तक केन्द्र एवं प्रदेश सरकार से लगभग 26 करोड़ 39 लाख की राशि जिला में प्राप्त हो चुकी है जिसमें से 26 करोड़ की राशि विकास खण्डों को स्वीकृत की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के लिए उन गांवों का चयन किया गया है जिनकी अनुसूचित जनसंख्या 50 प्रतिशत से अधिक है। उन्होंने बताया कि योजना के तहत गांव पक्की सडक़ से नजदीकी सडक़ से जुड़े होने चाहिए। गांव में स्वच्छ पेयजलए विद्युत आपूर्ति, साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। प्रियतु मण्डल ने बताया कि आदर्श गांव में निर्मल गांव के समान स्वच्छता पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा जिसमे मुक्त एवं खूले में शौच न जाना, स्वच्छ शौचालयों की व्यवस्था, नालियां, कचरे के उचित निपटारा की व्यवस्था शामिल है। इसके अतिरिक्त गांव में वृक्षारोपण, जल संरक्षण, उर्जा के नवीन संसाधनों का उपयोग शामिल है। उपायुक्त ने बताया कि योजना के अन्तर्गत अनुसूचित जाति के सामाजिक पिछडेपन को दूर करने के साथ उनको प्रत्येक कार्यक्षेत्र में अवसर की समानता प्रदान करने तथा भेदभाव मिटाने का प्रयास किया गया हैँ ा उन्होने कहा कि चयनित किए गए गांवो के जनप्रतिनिधि इस योजना का लाभ उठाकर उनकी पंचायतों में चुने गए गांवों को आदर्श गावं के रूप में विकसित करने में अपना पूरा योगदान दें । इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी मनमोहन शर्मा, सहायक आयुक्त (विकास) नीलम दत्ता, परियोजना अधिकारी डीआरडीए आर0एस0 चन्देल, जिला पंचायत अधिकारी सतीष अग्रवाल, खण्ड विकास अधिकारी कृष्ण दत्त, अर्थशास्त्री पी0एस0 चौहान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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