नाहन, 15 जुलाई : हिमाचल प्रदेश विद्यालय प्रवक्ता संघ जिला सिरमौर ने माननीय शिक्षा मंत्री हिमाचल सरकार व माननीय मुख्यमंत्री से निवेदन किया है कि सरकार हस्तक्षेप कर 10+2 की बिना परीक्षा के निकाले गए परीक्षा परिणाम में 10+2 के असफल विद्यार्थियों को कृपांक देकर पास करे।
प्रवक्ता संघ जिला अध्यक्ष सुरेन्द्र पुंडीर ने मांग की कि जब 10वी कक्षा एवं स्नातक की कक्षाओं के विद्यार्थियों को पास किया गया तो केवल 10+2 के परीक्षार्थियों को फेल करना न्यायोचित नही। क्योंकि इस परिणाम का सबसे बुरा प्रभाव आर्थिक, सामजिक एवं भौगोलिक रुप से पिछड़े विद्यार्थियों पर पड़ेगा।
इन छात्रों के पास ऑनलाइन कक्षाओं हेतु साधन नही थे ओर न ही पर्याप्त संचार व्यव्स्था, जिसके परिणाम स्वरूप वह न तो ऑनलाइन पढ़ाई कर पाए, न ही ऑनलाइन त्रेमासिक परीक्षाओं को ठीक से दे पाए। साथ ही मार्च में आयोजित हुई प्री बोर्ड परीक्षा के समय तो समुचित रुप से यातायात के साधन भी उप्लब्ध नही थे। कुछ विद्यार्थियों ने खांसी जुकाम आदि के कारण भी शायद यह परीक्षाए नहीं दी।
विद्यार्थी एवं उनके अभिभावक जहां पिछ्ले लम्बे समय से कोरोना के कारण परेशानी का सामना कर रहे हें। वही इस परिणाम का उन्के मानसिक स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ना निश्चित है।
अतः शिक्षा बोर्ड एवं माननीय शिक्षा मंत्री महोदय को इन सभी बच्चों के हितार्थ महाविद्यालय के विद्यार्थियों की भांति ही उतीर्ण करने हेतु विचार किया जाना चाहिए।