सुंदरनगर,13 जुलाई: हिमाचल प्रदेश की छोटी काशी मंडी में स्थित देव कमरुनाग मंदिर कमरुनाग घाटी में स्थित है। कमरूनाग मंदिर पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को रोहांडा से कमरुनाग जाने के लिए लगभग 6 किलोमीटर का पैदल सफर तय करना पड़ता है। इसी बीच अगर रास्ते में बारिश आंधी या तूफान आ जाए तो श्रद्धालुओं को ठहरने के लिए कोई भी व्यवस्था नहीं है।
रास्ते पर पीने के लिए पानी की भी कोई उचित व्यवस्था नहीं है। इसी को लेकर रोहांडा पंचायत के पूर्व प्रधान प्रकाश चंद ने सरकार से मांग की है कि रास्ते पर लोगों को संकट की स्थिति में ठहरने के लिए कोई उचित व्यवस्था की जाए। पीने के पानी की व्यवस्था की जाए ताकि हिमाचल पंजाब, हरियाणा सहित अन्य राज्यों से यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना ना करना पड़े।
प्रकाश चंद का कहना है कि जैसे ही सरकार ने 1 जुलाई से मंदिरों को खोलने के आदेश दिए हैं तो हजारो श्रद्धालु हर रोज मंदिर की ओर रुख कर रहे हैं। लेकिन श्रद्धालुओं द्वारा कोरोना नियमों का कोई भी पालन नहीं किया जा रहा है। लोग बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को भूल मंदिर तक पहुंच रहे है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन व पुलिस विभाग से मांग की है कि इस दिशा में भी ठोस कदम उठाए जाएं।