शिमला, 10 जून : भाजपा में पत्र बम को लेकर सियासी माहौल गरम है। जानकारी के अनुसार भाजपा हाईकमान को भेजे एक गुमनाम पत्र में प्रदेश सरकार के एक मंत्री (Minister) पर भ्रष्टाचार व चरित्र को लेकर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इसमें मंत्री के विभाग से जुड़े शीर्ष अधिकारी (Top officials) के अलावा भाजपा नेत्री को भी कटघरे में खड़ा किया गया है। हालांकि ये वायरल पत्र (Viral Letter) एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क के पास भी उपलब्ध है, लेकिन इस तरह के आधारहीन आरोपों को नेटवर्क तूल देने का पक्षधर नहीं है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस विषय पर चुप्पी तोड़ते हुए गुरूवार को मीडिया (Media) से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि ऐसे एक नहीं अनेकों पत्र हर दिन मिलते हैं। किसी की छवि (Image) को नुकसान पहुंचाने के लिए ऐसी हरकतों को अंजाम देना दुर्भाग्यपूर्ण (Unfortunate) है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि गुमनाम पत्र( Anonymous letter) लिखने वाले की तलाश की जाएगी और अगर वह पकड़ा गया, तो उसके खिलाफ कानून के मुताबिक सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने ऐसा करने वालों को सीधी चुनौती दी है कि अगर किसी में हिम्मत है, तो वे अपने नाम व पते के साथ सामने आए।
उन्होंने कहा कि सरकार की छवि को बदनाम (Malign image) करने की कुछ लोग कोशिश कर रहे हैं। कुछ लोगों की विकृत मानसिकता से काम करने की आदत है। ऐसे लोगों का मकसद सिर्फ सरकार को नुकसान पहुंचाना है। हम गुमनाम पत्र लिखने वाले को तलाशेंगे। उन्होंने कहा कि गत वर्ष भी कोरोना काल (Pandemic) में इसी तरह का एक गुमनाम पत्र सामने आया था। इसे लिखने वाले को पंचकूला (Panchkula) से गिरफ्तार किया गया था, जिसने बाद में माफी मांगी थी।
महंगाई पर कांग्रेस के केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने संबंधी सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस इस देश में 50 सालों तक सत्ता में काबिज रही है। ऐसे में कांग्रेस नेताओं को बताना चाहिए कि उनके समय में क्या मंहगाई नहीं बढ़ी थी।
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंहगाई को रोकने में सक्षम हैं और आने वाले समय में इस दिशा में निश्चित तौर पर कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य स्तर पर कांग्रेस पार्टी में इन दिनों अफरातफरी मची हुई है। हिमाचल में कांग्रेस का पोस्टर फाड़ो अभियान चल रहा है। कोरोना संकट में जहां सरकार लोगों का जीवन बचाने में लगी है, वहीं कांग्रेस के लोग अपने ही नेताओं के पोस्टर फाड़ने में व्यस्त हैं। कोरोना काल में कांग्रेस पार्टी विपक्ष की भूमिका निभाने में पूरी तरह नाकाम रही है।