शिमला, 08 अप्रैल: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश में गत दिन हुए चार नगर निगमों व नगर पंचायतों के चुनावों में भाजपा के बेहतर प्रदर्शन का दावा किया है।
उन्होंने आज प्रेस वार्ता में कहा कि भाजपा ने प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा में स्थित धर्मशाला नगर निगम में जीत दर्ज कर इसे कांग्रेस से छीना है। साथ ही मंडी में पार्टी बहुमत से जीती है। विपक्षी दल कांग्रेस केवल पालमपुर में ही जीतने में कामयाब हुई। उन्होंने कहा कि पार्टी की पालमपुर व सोलन में कमी रह गई है। इसको लेकर पार्टी व सरकार के स्तर पर आत्म निरीक्षण किया जाएगा।
सीएम ने कहा कि 6 नगर पंचायतों व 4 नगर निगमों के चुनावों में भाजपा का प्रदर्शन बेहतर रहा है। 6 नगर पंचायतों में से भाजपा को अंब, कंडाघाट, नेरवा, आनी व निरमंड नगर पंचायत में बहुमत मिला है, जबकि कांग्रेस चिडग़ांव में ही जीत पाई। तीन खंड धर्मपुर, टूटू व चौपाल में हुए पंचायतों के चुनावों में भी 80 फीसदी भाजपा समर्थित प्रधान चुन कर आए।
चार नगर निगम के चुनावों में भाजपा को धर्मशाला में बहुमत मिला है। मंडी में भी पार्टी ने जीत दर्ज की है। पालमपुर नगर निगम में कांग्रेस जीती है, लेकिन सोलन में कांग्रेस हमसे थोड़ी आगे है। वहां पर एक निर्दलीय भाजपा को समर्थन देने को तैयार है।
एक सवाल के जवाब में सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि उन्हें भाजपा विधायक अनिल शर्मा पर दया आती है। वह संकट के दौर से गुजर रहे हैं। वह अपने दोनों घरों के वार्डों से हार गए। उन्होंने कहा कि अनिल शर्मा को लेकर पार्टी हाईकमान फैसला लेगी।
सीएम ने कहा कि भाजपा का जीत का क्रम जारी है। वर्ष 2014 में लोकसभा चुनावों में भाजपा ने प्रदेश में चारों सीटों पर कब्जा जमाया था। उसके बाद 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने जीत दर्ज कर सरकार बनाई। इसके पश्चात 2019 में लोकसभा चुनावों में भी पार्टी ने सभी सीटों पर जीत दर्ज की तथा प्रदेश के सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा की जीत हुई। उसके बाद वर्ष 2019 में धर्मशाला व पच्छाद उपचुनावों में भी भाजपा ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की। इसके बाद पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों में भाजपा समर्थित उ मीदवार जीते।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार के लिए नगर निगम का गठन करने का लक्ष्य उन क्षेत्रों का व्यवस्थित विकास करना है, जहां पर शहर तेजी से बड़ रहे हैं। एक सवाल के जवाब में सीएम ने कहा कि शिमला शहर की इस हालात के लिए वह लोग जिम्मेदार है, जो सत्ता में लंबे समय तक प्रदेश में सत्ता में रहे।