रिकांगपिओ, 7 अप्रैल : किन्नौर में अप्रैल माह के शुरुआती दिनों में मौसम में आए बदलाव के बाद मंगलवार देर रात जिला के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी व निचले क्षेत्रों में जम कर बारिश हुई। प्राप्त जानकारी के अनुसार पर्यटन स्थल छितकुल,असरंग, नेसंग,रोपा, कुन्नू -चारंग में 6 इंच व चांगों, पूह, कल्पा, मूरंग, रकछम, सांगला आदि क्षेत्रों 2 से 4 इंच के बीच बर्फबारी हुई। इसी तरह रिकांगपिओ, भावनगर,चोलिंग में जम कर बर्फबारी हुई।
मौसम में आई इस परिवर्तन से जहां जिला के माध्यम व ऊंचाई वाले क्षेत्रों के किसान व बागबानों के लिए इसे अमृतुल्य माना जा रहा है। वहीं जिला के निचले क्षेत्रों में इस दिनों सेब की फ्लावरिंग यौवन पर होने से इस बारिश का फ्लावरिंग पर विपरीत असर पड़ने के भी आसार देखे जा रहे हैं।
बर्फबारी के बाद बुधवार को एनएच 5 रिकांगपिओ से पूह के बीच कई घन्टे अवरुद्ध रही। इसी तरह एनएच-5 पर करला नाला सहित कई नालों में मलबा गिरने से भी मार्ग अवरुद्ध हुआ है। सीमा सड़क संगठन द्वारा मार्ग की बहाली में मशीन लगाई गई है। जिला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी से कई लिंक मार्ग भी बंद पड़े हैं।
उधर उपायुक्त किन्नौर हेमराज बैरवा ने खराब मौसम को देखते हुए लोगों से अपील की है कि अनावश्यक रूप से सफर न करें। उन्होंने कहा कि ऐसे मौसम में सावधानी बरतने की जरूरत है। बारिश होने से पहाड़ो से पत्थर गिरने का खतरा बना रहता है। उन्होंने कहा कि किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तह तैयार है। प्रशासन की टीम पूरी तरह मुस्तैद है। हर रोज़ सब डिवीजन से फीडबैक लिया जा रहा है। अभी तक किसी भी जगह से नुकसान की कोई सूचना नही है।