शिमला, 02 अप्रैल : कोटखाई तहसील के थरौला गांव में भीषण अग्निकांड में पांच मकान जलकर राख हो गए। आगजनी में एक दर्जन से अधिक परिवार बेघर हुए हैं। साथ ही दो मवेशी जिंदा जल गए। इस अग्निकांड में करोड़ों की संपति का नुकसान हुआ है। प्राथमिक आधार पर शार्ट सर्किट को आग लगने का कारण माना जा रहा हैं।
हालांकि घटना के कारणों की जांच की जा रही हैं। वहीं प्रभावित परिवारों की रहने की व्यवस्था साथ लगते घरों मे की गई हैं। यह घटना गुरुवार बाद दोपहर की है, जब थरौला गांव निवासी जगत सिंह पोरटा के मकान से आग की लपटें देखी गई। देखते ही देखते आग ने भयानक रूप ले लिया जिसनें पल भर में साथ लगते मकानों को अपनी लपटों मे ले लिया। लकडी के बने मकानों मे आग तेजी से फैलती गई जिससें इन्हे बचाना संभव नहीं हो पाया।
घटना की सुचना मिलते ही दमकल की टीम ने घटनास्थल पहुंची, लेकिन जब तक पांच मकान पूरी तरह जलकर राख हो चुके थे। इसके बाद दमकल की टीम ने साथ लगते रिहायशी मकानों को बचाने के साथ जल रहे मकानो पर नियंत्रण पाया। वहीं स्थानीय लोगों ने भी आग पर काबू पाने का भरपूर प्रय़ास किया।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रभावितों में जगत राम पोरटा पुत्र रामनंद, लक्की पोरटा पुत्र किशन पोरटा, हैप्पी पोरटा पुत्र किशन पोरटा, दौलत राम पोरटा पुत्र मिंगणू राम, राजेंद्र पुत्र दौलत राम, सुरक्षा चौहान पुत्री उमानंद, राजेश्वरी पुत्री उमानंद, लीला पुत्री उमा नंद, कला देवी पुत्री उमानंद, दिनेश पोरटा पुत्र जोगिंद्र पोरटा, कमल पोरटा पुत्र जोगिंद्र पोरटा, पोमी पोरटा पुत्र जोगिंद्र पोरटा, सुरेंद्र कुलन्टा पुत्र भगत राम, रामेश्वर पुत्र भगत राम, रूपेंद्र पोरटा पुत्र दुला राम, संजीव पुत्र जिया लाल, राजीव पुत्र रोशन लाल, स्वर्णा देवी पत्नी जोगिंद्र सिंह व उनके परिवार शामिल हैं।
कोटखाई थाना पुलिस ने इस घटना को लेकर मामला दर्ज कर लिया है और आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।