सोलन, 12 मार्च : हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा 2019 से डिजिटल प्रणाली के तहत चालान काटने की प्रक्रिया आरंभ हुई, तब से विभाग की मुश्किलें भी बढ गई हैं। तकनीकी खामियों के चलते चालान की एवज में विभाग का लाखों रुपया वाहन चालकों के पास फंस चुका है।
विभाग की परेशानी इस कारण ओर बढ़ गई है, क्योंकि वाहन चालकों के मोबाइल नंबर गलत हैं या कईयों ने तो मोबाइल नंबर ही नहीं डाले हैं। हालांकि आने वाले समय में ऐसे वाहन चालकों को मुश्किलें भी बढ़ने वाली हैं, क्योंकि पेंडिंग चालान के भुगवान के चलते वो वाहनों की इंश्योरेंस, बैंक लोन व हाइपोथिकेशन हटवाने, आरसी ट्रांसफर के अलााव एक्सीडेंट क्लेम नहीं कर सकेंगे।
इस बारे सोलन यातायात प्रभारी कमल शर्मा ने चालकों से आग्रह किया है कि मोबाइल नंबर वाहन के कागजात में अटैच करवाएं, ताकि उन्हें चालान की सही जानकारी मिल सके। उन्होंने कहा कि गलत नंबर या पुराने नंबरों को विभाग की साइट पर जाकर सही करवाएं या इसकी जानकारी पुलिस को दें।
उन्होंने वाहन चालकों से विभाग को सहयोग देने की अपील की है। साथ ही उन्होंने कहा कि तकनीकी खामी की वजह से विभाग के लाखों रुपए फंसे हुए हैं।